मुंबई/दि.12- राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 10 वीं व 12 वीं के प्रैक्टीकल परीक्षा का टाईमटेबल घोषित किया. लेकिन राज्य मे बढ रहे कोरोना के प्रकोप को देखते हुए इसके अलावा स्थानीय प्रशासन की ओर से लगाए जा रही जा रही पाबंदियों को देखते हुए परीक्षा का नियोजन कैसे किया जाए यह सवाल अब मुख्याध्यापकों के जहन में उठ रहा था. आखिरकार राज्य सरकार ने लिखित परीक्षा लेने के बाद मौखिक परीक्षा लेने का विचार शुरु किया है.
यहां बता दें कि राज्य में कोरोना के बढते प्रकोप को देखते हुए छात्रों को टाईमटेबल के अनुसार प्रैक्टीकल व मौखिक परीक्षा देना संभव नहीं होने पर वह परीक्षाएं लिखित परीक्षा के बाद ली जाए यह सूचनाएं शालेय शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने दी है. फिर से ली जाने वाली परिक्षाओं के लिए शुल्क वसूला न जाए यह स्पष्ट जानकारी शिक्षामंत्री ने दी है. जिससे कोरोना का प्रभाव बढने वाले क्षेत्र के कक्षा 10-12 वीं के छात्रों को राहत मिली है. अप्रैल में ली जाने वाली 10-12 वीं की परीक्षा को लेकर छात्रों के मन में अनेक दुविधाएं है इसी पृष्ठभूमि पर शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने राज्य के पालक संगठना प्रतिनिधि व शिक्षकों की गुरुवार को बैठक ली.