वटपूर्णिमा पर महिलाओं को बताया नेत्रदान व देहदान का महत्व
हरीना फाउंडेशन दर्यापुर शाखा का उपक्रम

दर्यापुर /दि.11– संपूर्ण विदर्भ के साथ ही महाराष्ट्र में महिलाओं का प्रिय पर्व अर्थात वटसावित्री वटपूर्णिमा इस दिन सभी महिलाएं सज -धजकर वटवृक्ष के समीप जाकर अपनी कामना करती है कि जन्म- जन्मांतर पर यही पति मिले. इसलिये यह चित्र एक ओर शुरू रहते समय वटवृक्ष के समीप ही हरीना फांउडेशन, अमरावती की दर्यापुर शाखा की समन्वयिका जयश्री चव्हान ने उस स्थान पर विश्व नेत्रदान दिवस होने के कारण वहां उपस्थित सभी महिलाओं को मरणोपरांत नेत्रदान व देहदान के संदर्भ में अत्यंत सखोल जानकारी दी.
अपने नेत्रदान से एक दृष्टिहीन व्यक्ति को दृष्टि मिल सकती है व वह यह सुंदर दुनिया देख सकता है. इसलिए नेत्रदान करना आवश्यक है. उन्होंने अपने संदेश के माध्यम से उपस्थित सभी महिलाओं को संदेश दिया तथा नेत्रदान करने का आवाहन भी किया वहां उपस्थित अनेक महिलाओं ने जयश्री चव्हाण के विचारों को सकारात्मक बताते हुये हरीना फाउंडेशन महिला शाखा दर्यापुर के उपक्रम में सहभागी होना मान्य किया. 11 जून को इस निमित्त ये दर्यापुर स्थित एकता हॉस्पिटल व एकता हॉस्पिटल अकोट रोड, दर्यापुर यहां नेत्रदान शिविर में सहभागी होने का मान्य किया.
सुबह शिवाजी चौक, डिपो रोड इस स्थान पर सेल्फी प्वाइंट बनाये जाने पर सैकडों स्त्री- पुरूष ने इस सेल्फी प्वाइंट में फोटो निकाल कर अपने मोबाइल पर स्टेटस पर यह फोटो लगाते हुये आज का कार्यक्रम मनाया गया. हरीना फाउंडेशन सहित शाखा के होनेवाले कार्यक्रम में विशेषत: दर्यापुर शाखा की अध्यक्ष मालिनी पाटिल,जिला समन्वयक जयश्री चव्हाण, बैंक के पुर्ण अध्यक्ष सुधाकर भारसाकले, कृषि उपज मंडी मे सभापति सुनील गावंडे, प्राध्यापक दिवाकर देशमुख, रामेंश्वर मालपाणी, कन्हैया मलिये रवि गणोकर, कावडकर, रवि नवलकर, हरीना फाउंडेशन दर्यापुर के प्रमुख गजानन देशमुख, किशोर ठाकुर, दिलीप पारडे, डॉ. अश्विनी देवते सहित अनेक महिला-पुरूष उपस्थित थें.