महाराष्ट्र

सीईटी के साथ बारहवीं के अंक रहेंगे महत्वपूर्ण

राज्य सरकार का विद्यार्थियों के लिए बड़ा निर्णय

मुंबई/दि.1- महाराष्ट्र सामायिक प्रवेश परीक्षा के संदर्भ में (एमएचटीसीईटी) राज्य सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. एमएचटी-सीईटी 2022 परीक्षा बाबत राज्य सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किये जाने के साथ ही विद्यार्थियों को अब सीईटी के साथ 12 वीं के अंक महत्वपूर्ण रहेंगे. सीईटी परीक्षा की तारीख आगे किये जाने की जानकारी उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से दी गई थी. पश्चात अब इस परीक्षा में कुछ बदलाव किये जाने की जानकारी दी गई है.
राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने महाराष्ट्र सामायिक प्रवेश परीक्षा बाबत जानकारी दी है. सीईटी का रिजल्ट आगामी वर्ष से 1 जुलाई को लगेगा वहीं सत्र 1 सितंबर से शुरु होगा. इस तरह नियोजन किया गया है. जिन विद्यार्थियों को अपने अंक कम लग रहे हो, ऐसे विद्यार्थियों को केंद्र सरकार की परीक्षा के अनुसार फिर से परीक्षा देने की अवसर होगा. इसमें वे अधिक अंक हासिल कर सकेंगे, ऐसी भी जानकारी उदय सामंत ने दी है.
विद्यार्थियों को पदवी शिक्षण के लिए सीईटी के अंकों पर प्रवेश दिया जाता है. लेकिन अब बारहवीं के मार्क्स पर एवं सीईटी के अंकों पर प्रवेश दिया जाएगा. बारहवीं के 50 प्रतिशत गुण एवं सीईटी के 50 प्रतिशत गुण ऐसे अंकों पर पदवीं में प्रवेश दिया जाएगा. इस निर्णय से विद्यार्थियों को काफी फायदा होने के साथ ही 12 वीं के अंकों को ही महत्व रहने वाला है. सभी प्रकार के विद्यार्थियों को यह नियम लागू रहेगा.
उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से सीईटी परीक्षा ली जा रही है. परीक्षा की समयसारिणी घोषित किये जाने के साथ ही सीईटी परीक्षा 3 से 10 जून दरमियान होगी. वहीं जेईई एवं नीट परीक्षा होने के कारण सीईटी की परीक्षा अगस्त के पहले सप्ताह में होगी. परीक्षा की समयसारिणी समान होने के कारण सीईटी परीक्षा की तारीख आगे की गई थी. उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने ट्विट करते हुए सीईटी परीक्षा आगे किए जाने की जानकारी दी थी.

विद्यापीठ परीक्षा संदर्भ में न्यायालय के आदेशानुसार संचालक लेंगे निर्णय
परीक्षा के लिए सभी विद्यापीठों ने एक समान पद्धति का इस्तेमाल करना है, ऐसा आदेश मुंबई उच्च न्यायालय ने दिया है. अब इस पर उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने प्रतिक्रिया दी है. समान परीक्षा संदर्भ में न्यायालय के आदेशानुसार संचालक निर्णय लेंगे, आवश्यकता पड़ने पर मैं हस्तक्षेप करुंगा ऐसा स्पष्टीकरण उन्होंने दिया.

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