यशोमति ठाकुर, जीतेंद्र आव्हाड व सुहास कांदे के वोट पर मचा हंगामा
भाजपा ने तीनों के वोट रद्द करने की उठाई मांग
* ठाकुर व आव्हाड ने पार्टी प्रतिनिधि के हाथ में दिया था पर्चा
* कांदे ने बाहर आकर सबको दिखाया था अपना वोट
* निर्वाचन अधिकारियों ने खारीज की भाजपा की आपत्ति
* महाविकास आघाडी को मिला दिलासा
* भाजपा केंद्रीय निर्वाचन आयोग से करेगी शिकायत
मुंबई/दि.10– इस समय राज्यसभा चुनाव को लेकर महाविकास आघाडी और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर चल रही है और दोनों ही पक्ष छठवीं सीट पर अपने प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने हेतु एक-एक वोट हासिल करने की जद्दोजहद करने के साथ ही दूसरे पक्ष के वोटों को कम करने का प्रयास कर रहे है. हालांकि महाविकास आघाडी द्वारा छोटे दलों के विधायकों सहित निर्दलीय विधायकों को अपने पाले में कर लिये जाने के चलते आघाडी का पलडा थोडा भारी माना जा रहा है. वहीं दूसरी ओर आघाडी के पाले में रहनेवाले विधायकों के वोट किस तरह कम किये जा सकते है, इसे लेकर भाजपा द्वारा एडी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है. इसके तहत भाजपा द्वारा कांग्रेस की यशोमति ठाकुर व राकांपा के जीतेंद्र आव्हाड सहित सुहास कांदे के वोटों को खारिज किये जाने की मांग निर्वाचन अधिकारियों से की थी. हालांकि उन्हें मामले की जांच के बाद निर्वाचन अधिकारियों ने भाजपा की ओर से उठाई गई आपत्ति को खारिज कर दिया. जिससे महाविकास आघाडी को राहत मिलती नजर आयी. इस पर भाजपा द्वारा केंद्रीय निर्वाचन आयोग में गूहार लगायी जा सकती है, ऐसा पता चला है.
राज्यसभा चुनाव के बीच भाजपा विधायक प्रसाद लाड ने महाविकास आघाड़ी के तीन विधायकों यशोमति ठाकुर, सुहास कांदे और जितेंद्र आव्हाड के वोट रद्द करने की बात कही है. जितेंद्र आव्हाड और यशोमति ठाकुर पर आरोप है कि उन्होंने अपने चुनाव एजेंट को वोट दिखाने के बजाय उनके हाथ में वो पर्चा दिया है. वहीं सुहास कांदे पर आरोप है कि उन्होंने बाहर आकर पर्चा दिखाया है.
वहीं इन आरोपों को महाविकास आघाड़ी के नेताओं गलत करार दिया है. कैबिनेट मंत्री नितिन राउत ने कहा कि भाजपा की ओर से जो आक्षेप लिया गया है, उसे चुनाव अधिकारी ने रद्द कर दिया है. ऐसे में हम चारों सीट जीत रहे हैं. वहीं कैबिनेट मंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि भाजपा ने माहौल खराब करने की कोशिश की है.
बता दें कि महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों के लिए शुक्रवार सुबह विधान भवन में मतदान शुरू हुए हैं. मतदान की प्रक्रिया सुबह नौ बजे शुरू हुई और ये शाम चार बजे तक चली. जबकि परिणाम शाम को घोषित किए जाएंगे. राज्यसभा की छह सीटों के लिए कुल सात उम्मीदवार हैं. ऐसा दो दशक बाद हो रहा है, जब महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव के लिए मुकाबला देखा जा रहा है. वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, हमारे पास चार उम्मीदवार हैं. लड़ाई जारी है. हमें जीत का भरोसा है. शाम सात बजे तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि हमारे चारों उम्मीदवार जीतेंगे.
बता दें कि राज्यसभा सीट जीतने के लिए उम्मीदवार को 42 वोट चाहिए. भाजपा के विधानसभा में 106 सदस्य हैं और वह अपने दम पर दो सीटें आसानी से जीत सकती है. लेकिन भाजपा ने छठी सीट के लिए धनंजय महाडिक को मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला शिवसेना के संजय पवार से है. दो सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद भाजपा और उसके सहयोगियों के पास 29 वोट शेष बचते हैं. वहीं सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 27 वोट अतिरिक्त है, लेकिन जेल में बंद दो विधायकों के कारण यह संख्या 25 हो गई. वहीं एआईएमआईएम और समाजवादी पार्टी के समर्थन से ये संख्या फिर से 29 हो गई. दोनों पक्षों को जीतने के लिए 13 मतों की आवश्यकता है. ऐसे में निर्दलीय विधायकों के वोट इस चुनाव में छठवीं सीट पर हार-जीत को तय करेंगे.