महाराष्ट्र

जीएसटी घोटाले मामले में योगेश कनोडिया को किया गिरफ्तार

22 कंपनियों से 185 करोड रुपए की खरीदी दिखाई

मुंबई/दि.31 – महाराष्ट्र वस्तु तथा सेवाकर (जीएसटी) के 185 करोड रुपए के घोटाले मामले में चार कंपनियों के मालिक योगेश कनोडिया को बुधवार को गिरफ्तार करने में दूसरी बार बडी सफलता हासिल हुई है. गिरफ्तारी के बाद उसे अदालत में पेश किया गया था. अदालत ने कनोडिया को 13 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस को कनोडिया के घर पर छापामारी के दरमियान जीएसटी विभाग के घोटाले से जुडे कई ठोस दस्तावेज बरामद हुए हैं.
फर्जी बिलों के आधार पर करोडों रुपयों का इनपुट क्रेडिट प्राप्त रक सरकार को चुना लगाने के इस मामले का नवंबर 2020 को भंडाफोड किया गया था. जिसके बाद इस मामले में दिलीप टिबरेवाल नामक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. टिबरेवाल से जांच पडताल करने के बाद यह यह घोटाले उजागर हुआ था कि फर्जी कंपनियों के माध्यम से आरोपियों ने बिना कोई सामान खरीदे, बेंचे दूसरे कारोबारियों को 2100 करोड रुपए के बिल दिए थे. जिसका इस्तेमाल इनपुट क्रेडिट प्राप्त कर सरकारी तिजोरी को 185 करोड रुपए का चुना लगाया था.
एक अधिकारी ने बताया कि कनोडिया की यश फैब्रिक्स, श्री गणेश टेक्सटाइल्स, जेके फैब्रिक्स तथ कृष्णांश इंटरप्राइजेस नाम की कंपनियों का मालिक है. महाराष्ट्र वस्तु व सेवाकर अधिनियम के तहत उसने यह कंपनियां रजिस्टर कराई हैं. जांच में उजागर हुआ है कि सभी कंपनियां फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खोली गई हैं. इन चार कंपनियों व्दारा टिबरेवाल की 22 कंपनियों से 175 करोड रुपए की खरीदी दिखाई गई है. परंतु जांच पडताल में इस मामले का पहले ही खुलासा हुआ है कि टिबरेवाल की बिना कोई सामान बेचे कंपनियों को फर्जी बिल और इनपुट टैक्स क्रेडिट जारी किए. कनोडिया की कंपनियों ने 185 करोड रुपए की खरीदी भी दिखाई. विभाग को 119 करोड रुपए के बिल भी मिले जिसके जरिए 9 करोड रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त्ा किया गया है, परंतु वास्तव में इन कंपनियों ने किसी सामान का लेनदेन नहीं किया था. अधिकारियों को शक है कि जांच के दरमियान इस घाटोले संदर्भ में और कई कलियां खुलने के आसार हैं.

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