खोके से सरकार ला सकते हो, लेकिन संस्कार नहीं
उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर टिप्पणी
मुंबई/दि.11– खोके की सरकार ला सकोंगे, संस्कार नहीं है, ऐसी टिप्पणी उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर की है. मनुष्य बिक सकते है, लेकिन संस्कार नहीं बिके जा सकते. ऐसा भी उन्होंने इस अवसर पर कहा.
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि तुम्हारी संस्कृति, परंपरा जिंदा रहेगी क्या, टिकेगी अथवा नहीं इससे अधिक कुर्सी टिकनी चाहिए, ऐसी नेताओं की भावना हो गई है. यह भी सुना है कि सरकार के कुछ मंत्री नाराज है. इसमें से कोई भी मंत्री उन पर होने वाले अन्याय के कारण नाराज नहीं है. सेवा करनेवाले यह संस्कार देनेवाले इंसान है. उन्हें एकजुट होना आवश्यक है ऐसा आहवान भी उन्होंने किया. उद्धव ठाकरे ने कहा कि जनता का आशीर्वाद उनके साथ है. क्योंकि शिवाजी पार्क की दशहरा सम्मेलन की परंपरा कायम रही है. इस कारण जनता का आशीर्वाद है यह स्पष्ट हो गया है, ऐसा भी उद्धव ठाकरे ने कहा. तीर्थक्षेत्र के सेवाभावी लोग आज पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मुलाकात के लिए मातोश्री पर पहुंचे थे. उस समय उन्होंने पारंपरिक वेष परिधान किया था. इस अवसर पर हल्लाबोल किया. इस अवसर पर सांसद विनायक राउत भी उपस्थित थे.
* शिवतीर्थ पर दशहरा सम्मेलन
मातोश्री पर आज नंदी बैल लेकर वासुदेव की पोशाक में सेवाधारी उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे थे. उनके प्रतिनिधि मंडल ने उद्धव ठाकरे को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. साथ ही उद्धव ठाकरे ने उनसे संवाद किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शिवाजी पार्क और दशहरा सम्मेलन अपनी परंपरा है. इस वर्ष भी बडे उत्साह से शिवाजी पार्क यानी शिवतीर्थ पर दशहरा सम्मेलन होगा. उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि आप भगवान की भक्ति करनेवाले इंसान है. वासुदेव आने के बाद दिन की शुुरुआत सुंदर होती है. मुंबई में भी पहले वासुदेव आते थे. तब लगता था सुबह हुई, लेकिन अब यह परंपरा रही अथवा नहीं इस बात से किसी को कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन कुर्सी किस तरह टिकेगी इस बात पर सभी का ध्यान है. अनेक मंत्री आज नाराज है, लेकिन होने वाले अन्याय देखकर कोई मंत्री नाराज हुआ क्या? ऐसा सवाल भी उन्होंने सरकार पर किया. अंत में उन्होंने प्रतिनिधि मंडल को सर्मथन इसी तरह कायम रखने का अनुरोध किया.
* नंदी बैल हम आपके पास छोड आए-शीतल म्हात्रे
नंदी बैल से पूछकर राजनीति करने की हमारी परंपरा नहीं है. हमारे में ताकत है और साथ में बालासाहब के विचार है. कुछ भी कहा तो गर्दन हिलानेवाले नंदी बैल हम आपके पास छोड आए है ऐसा जवाब शीतल म्हात्रे ने उद्धव ठाकरे को दिया है. उन्होंने कहा कि हमारे पास अब सिर पर उठाने वाले सच्च शिवसैनिक है. बालासाहब की दिलदारी, मैत्री निभाने और दिल में रही बात स्पष्ट कहने की परंपरा पुत्र प्रेम से अंधे हुए धृतराष्ट ने कबकी समाप्त कर दी है. नंदी बैल को भी भाजपा की सरकार आएगी ऐसा पूछा तो वह कहेगा नहीं. ऐसा वक्तव्य उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर किया था. साथ ही खोके से सरकार ला सकते हैं लेकिन संस्कार नहीं. ऐसा वक्तव्य करने पर शिंदे गुट के नेता शीतल म्हात्रे ने उद्धव ठाकरे को यह जवाब दिया.