तुम्हारे गहनों की जानकारी होगी सार्वजनिक
बीआईएस पोर्टल के कारण सोना खरीदी-बिक्री की ट्रैेकिंग
मुंबई/ दि.27– सोने के गहने की शुध्दता बनी रहे, खरीदी-बिक्री के लेन-देन में पारदर्शकता रहे, सोने के गहने खरीदते समय ग्राहक के साथ धोखाधडी न हो, ग्राहक को शुध्द और अच्छे दर्जे का सोना मिले, आदि उद्देश्य से सरकार ने हॉल मार्किंग लाया है. हॉल मार्क युनिक आइडेन्टीफिकेशन नंबर भी (एचयुआईडीए) शुरु किया गया है. जिसके कारण हर गहने पर एक विशेष क्रमांक दिया जाता है. इसके व्दारा सोने की शुध्दता जांचने का दावा किया जा रहा है.
पहले चरण के अंतर्गत 1 जून 2021 को 256 जिलों मेें हॉल मार्किंग के सेंटर शुुरु किये गए. इसका दूसरा चरण 1 जून से शुरु हो रहा है, जिसमें 32 नए जिलों का समावेश है. इसके अनुसार कुल 288 शहरों में हॉल मार्किंग सेंटर कार्यान्वित होंगे. खासबात यह है कि, हॉल मार्किंग के दूसरे चरण में सोने के गहने खरीदी-बिक्री का ट्रैकिंग होगा. जिसके अनुसार मुख्य विक्रेता को उसने गहने किसे बेचे इसकी जानकारी पोर्टल पर भरना पडेगा, इस तरह बडा विक्रेता-छोटा विक्रेता-ग्राहक यह पूरी जानकारी पोर्टल पर रहेगी, इसका ही अर्थ 1 जून के बाद ग्राहक खरीदने वाले हर गहने व ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ट्रेैकिंग होगा. सरकार ने किये दावे के अनुसार इस पध्दति से बडे व्यापारी से ग्राहक के बीच होने वाले लेन-देन में अधिक पारदर्शकता आयेगी और व्यापारियों ने इसका विरोध दर्शाया है, इसके वजह से बाबूगिरी बढेगी. हॉलमार्किंग के बाद ट्रैकिंग की जरुरत क्या है.
यह तो हम पर अविश्वास
पोर्टर पर जानकारी जाहीर करना यह एक तरह से गोपनियता भंग करना है. इसके कारण इसका विरोध किया जा रहा है. बीआईएस व्दारा अधिकृत हॉलमार्किंग सेंटर पर शुध्दता की जांच की जाती है. ऐसे में ट्रैकिंग कर व्यापारी पर अविश्वास होने की भावना सोना-चांदी ओल कमिटी के सचिव राजेश रोकडे ने व्यक्ति किया.