मालवीय चौक से इतिहास की गवाही देने वाला ‘जीरो माईल स्टोन’ गायब
नई पीढी को पता ही नहीं शहर में कहां है जीरो माईल का पत्थर
अमरावती /दि.6– जिले को कई लिहाज से ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत प्राप्त है. इसी के तहत अमरावती शहर के मालवीय चौक में कुछ वर्ष पहले तक ऐतिहासिक ‘जीरो माईल स्टोन’ लगाया गया था. जो शहर के इतिहास की गवाही दिया करता था. परंतु सिमेंट रास्ते व उडानपुल का निर्माण होते समय अमरावती शहर के जीरो माईल का स्टोन गायब हो गया है. जिससे सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के अभियंता भी अनभिज्ञ है और नई पीढी को तो पता ही नहीं है कि, अमरावती में कभी किसी जगह पर ‘जीरो माईल स्टोन’ भी हुआ करता था. इसके साथ ही मालवीय चौक की स्वतंत्र पहचान बताने वाला कोई फलक भी इस चौराहे पर नहीं लगा हुआ है. बल्कि केवल आम बोल-चाल की भाषा में पुराना कॉटन मार्केट से इर्विन चौक की ओर जाने वाले सडक पर स्थित चौराहे को मालवीय चौक कहा जाता है. जिसे पुरानी पीढी के लोग कबूतरखाना भी कहा करते थे.
उल्लेखनीय है कि, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग में दर्ज जानकारी के मुताबिक मालवीय चौक को अमरावती शहर का मुख्य केंद्रबिंदू यानि जीरो माईल के तौर पर दर्ज किया गया है. साथ ही इतिहास अभ्यासकों ने भी मालवीय चौक पर किसी समय ‘जीरो माईल स्टोन’रहने की पृष्टि की है. साथ ही आज भी इंटरनेट पर भी मालवीय चौक से ही अमरावती शहर की दूरी को गिना जाता है तथा इसी चौराहे से अन्य शहरों की दूरियों को तय किया जाता है. लेकिन इसके बावजूद हैरत वाली बात यह है कि, मालवीय चौक पर इस चौराहे की विशिष्ट पहचान को दर्शाने वाला कोई निशान या फलक नहीं है.
* ‘जीरो माईल स्टोन’ का पत्थर हुआ गायब
किसी समय मालवीय चौक में सडक किनारे ‘अमरावती 0 किमी’ लिखा हुआ ‘जीरो माईल स्टोन’ हुआ करता था. परंतु अब यह पत्थर कही पर भी दिखाई नहीं देता. बदलते वक्त के साथ विकास कामों को करते समय शहर की ऐतिहासिक विरासत रहने वाला ‘जीरो माईल स्टोन’ कब ओर कहां गायब हो गया, इसकी ओर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया.
* जीरो माईल की कहां से कितनी दूरी?
– बस स्थानक से 2 किमी
अमरावती के मध्यवर्ती बस स्थानक से मालवीय चौक की दूरी 2 किमी है. अमूमन लोगबाग बस स्थानक को ही शहर का जीरो माईल समझ लेते है. लेकिन हकीकत यह है कि, जीरो माईल से बस स्थानक करीब 2 किमी दूर है.
– रेल्वे स्टेशन से आधा किमी
अमरावती के मॉर्डन रेल्वे स्टेशन तथा ‘जीरो माईल स्टोन’ रहने वाले मालवीय चौक के बीच केवल आधा किमी की दूरी है. साथ ही रेल्वे स्टेशन परिसर का पिछला हिस्सा मालवीय चौक से सटा हुआ ही है.
* सरकारी दस्तावेजों में मालवीय चौक की जानकारी अमरावती शहर के ‘जीरो माईल स्टोन’ के तौर पर दर्ज है. इस चौराहे पर कुछ समय पहले तक ‘जीरो माईल स्टोन’ हुआ करता था. परंतु विकास कामों के चलते संभवत: वह पत्थर या तो जमीन में दब गया, या फिर निकाल दिया गया. लेकिन इसे दुबारा उसी स्थान पर अवश्य लगाया जाएगा.
– तुषार काले,
उपविभागीय अभियंता,
सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग.
* प्रत्येक शहर के लिए ‘जीरो माईल स्टोन’ एक तरह से ऐतिहासिक विरासत रहता है और उसी स्थान से अलग-अलग शहरों की दूरी तय की जाती है. अमरावती शहर का जीरो माईल प्वॉईंट मालवीय चौक पर है, जिसकी जानकारी अमरावती का इतिहास नामक पुस्तक में भी दर्ज है. करीब 7-8 साल पहले तक मालवीय चौक में ‘अमरावती 0 किमी’ वाला पत्थर लगा हुआ था. परंतु उडानपुल व सडक के चौराईकरण के समय यह पत्थर कहां चला गया, यह किसी को पता ही नहीं चला. जिसकी ओर ध्यान दिया जाना जरुरी है.
– डॉ. संतोष बनसोड,
इतिहास विभाग प्रमुख,
संगाबा अमरावती विद्यापीठ.