महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के 1.21 लाख युवाओं को मिलेगी नौकरियां

मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री की उपस्थिति में सामंजस्य करार

मुंबई दि.17– महाराष्ट्र के युवक-युवतियों को रोजगार उपलब्ध हो, इसके लिये राज्य के 44 नामांकित उद्योजक, कॉर्पोरेट संस्था, औद्योगिक संगठना, प्लेसमेंट एजन्सिज के साथ सामंजस्य करार किया गया है. इस कारण 1 लाख 21 हार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होने वाले हैं.
राजभवन के दरबार हॉल में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी की अध्यक्षता में एवं मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, कौशल्य विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढा, शिक्षण मंत्री दीपक केसरकर की प्रमुख उपस्थिति में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस सामंजस्य करार को प्रत्यक्ष रुप से अमल में लाया जाये, वहीं उद्योगों ने अब उनके पास आवश्यक तकनीकी ज्ञान का स्थानियों को प्रशिक्षण देने हेतु प्रयास करें, जिससे उद्योगों को कुशल मनुष्यबल सुलभता से मिल सकेगा, ऐसा आवाहन राज्यपाल ने इस समय किया.
* किसलिए यह करार?
चालू आर्थिक वर्ष में राज्य शासन ने 5 लाख बेरोजगार युवक युवतियों के लिये कौशल्य विकास प्रशिक्षण देकर रोजगार मेले द्वारा रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने का उद्दिष्ट निश्चित किया है. इसके लिए औद्योगिक आस्थापना, प्लेसमेंट एजंसी के साथ समय-समय पर समन्वय साधना आवश्यक है. इस उद्देश्य से भविष्य में रोजगार सम्मेलन का प्रभावी रुप से आयोजन होने हेतु यह सामंजस्य करार किया गया.
* कहां होंगे रोजगार?
राज्य के बेरोजगार युवक, युवतियों के लिए आदरातिथ्य (हॉस्पिटॅलिटी), मीडिया एंड एन्टरटेनमेंट, निर्माणकार्य, रिटेल, बैंकिंग, एवीएशन आदि विविध क्षेत्रों में दसवीं उत्तीर्ण- अनुत्तीर्ण, 12 वीं, पदवीधर, पदविकाधारक, फार्मसी, आइटीआइ, पोलिटेक्निक, इंजिनिअरिंग पदवी आदि पात्रताधारक उम्मीदवारों के लिए नौकरी के अवसर उपलब्ध होंगे.
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नौकरियां देने वाले हाथ निर्माण करेंगे
हम सिर्फ करार नहीं करते, बल्कि उसे अमल में लाते हैं. पहले घोषणाएं ही होती थी, अब प्रत्येक के हाथ को काम देने का कार्य हम कर रहे हैं. हमेशा आर्थिक निवेश के सामंजस्य करार देखे हैं, लेकिन सही मायने में मनुष्यबल के निवे को प्रोत्साहन देने वाला करार कर रहे हैं.
-एकनाथ शिंदे, मुख्यमंत्री

खेती क्षेत्र को सेवा व उत्पादन क्षेत्र से जोड़ना चाहिए
युवाओं की संख्या मानव संसाधन में परिवर्तित कर उन्हें रोजगार के नये अवसर उपलब्ध करवाये जाएंगे. इस कारण राज्य के व देश की आर्थिक व्यवस्था को सहयोग मिलेगा. आज भी 45 प्रतिशत लोकसंख्या रोजगार के लिये खेती पर अवलंबित है, जिसके चलते खेती क्षेत्र को सेवा क्षेत्र व उत्पादन क्षेत्र से जोड़ा जाना चाहिेए.
-देवेन्द्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री

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