महाराष्ट्र के विमानन क्षेत्र भरेगा नई व बडी उडान
राज्य में बनेगा नया विमान पार्किंग हब, विमान कनेक्टीवीटी बढेगी

* यवतमाल, नांदेड, लातूर, शिर्डी, बारामती व धाराशिव के विमानतलों का समावेश
मुंबई/दि.8 – महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में हवाई यातायात के क्षेत्र में क्रांति साकार करने हेतु एक नया व महत्वाकांक्षी प्रकल्प शुरु करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत यवतमाल, नांदेड, लातूर, शिर्डी, बारामती व धाराशिव के विमानतलों पर अत्याधुनिक विमान पार्किंग केंद्र विकसित करने की योजना तैयार की गई है. इस जरिए राज्य में प्रादेशिक कनेक्टीवीटी को विकसित करने के साथ ही विमान यातायात के क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के विकास हेतु ऐतिहासिक गतिमानता मिलेगी.
* विमान पार्किंग हब से नए युग का प्रारंभ
इस प्रकल्प के अंतर्गत चुने गए विमानतलों पर केवल यात्री उडाने ही नहीं, बल्कि विमान पार्किंग, मेंटेनंस, रिपोअर व सर्विसिंग (एमआरओ) के लिए सुसज्ज़ित व अत्याधुनिक व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इस समय मुंबई व पुणे जैसे महानगरों में विमान पार्किंग को लेकर जगह की जबरदस्त कमी रहने के चलते इस प्रकल्प की वजह से राज्य में हवाई व्यवस्था पर ज्यादा सुकर व किफायतशीर होगा.
* प्रादेशिक विकास को मिलेगी नई गति
इस उपक्रम के चलते हवाई यातायात के साथ-साथ स्थानीय अर्थ व्यवस्था, पर्यटन व उद्योग क्षेत्र को भी नई गति मिलेगी. शिर्डी, नांदेड व लातूर जैसे स्थानों पर हवाई यात्रियों की लगातार बढती संख्या को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय बेहद दूरगामी साबित होगा. वहीं यवतमाल व धाराशिव में मूलभूत सुविधाओं का विकास होने पर विदर्भ एवं मराठवाडा क्षेत्र को नई आर्थिक संजीवनी मिलेगी.
* 10 हजार रोजगार के नए अवसर बनेंगे
इस महत्वाकांक्षी प्रकल्प के चलते प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के 10 हजार अवसरों का निर्माण होगा. विमान विशेषज्ञ, अभियंता, ग्राऊंड स्टाफ, लॉजिस्टिक कर्मचारी व सेवा क्षेत्र के व्यवसायियों को बडे पैमाने पर काम मिलेगा. यह प्रकल्प ग्रामीण व प्रादेशिक क्षेत्र में नए रोजगार की दिशा देगा.
– इन विमानतलों पर नई टर्मिनल इमारत, हैंगर, इंधन संग्रह केंद्र, कार्गो सुविधा व हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली स्थापित की जाएंगी. यह सभी सुधार नागरी उड्डयन मंत्रालय के मानको के अनुसार किए जाएंगे और इस प्रकल्प के लिए सार्वजनिक व निजी भागीदारी यानि पीपीपी मॉडल का अवलंब किया जाएगा.





