महारेरा ने पीड़ित घर खरीदारों को बड़ा राहत दिया
अक्तूबर 2024 से जुलाई 2025 के बीच कुल 5267 शिकायतों का निपटारा

* सभी शिकायतों की पहली सुनवाई हुई या सुनवाई की तिथियां तय की गईं
मुंबई/दि.9- महारेरा ने अक्तूबर 2024 से जुलाई 2025 की अवधि में घर खरीदारों की विभिन्न शिकायतों पर कुल 5267 मामलों का निष्पादन किया है. इसके अतिरिक्त, जुलाई के अंत तक दर्ज सभी शिकायतों में से पहली सुनवाई हो गई या सुनवाई की तिथियां निर्धारित कर दी गई हैं.
उल्लेखनीय है कि, घर खरीददार अपनी जिंदगी की कमाई घर खरीदने में लगाते हैं, लेकिन कभी-कभी उन्हें वादे के अनुसार समय पर कब्जा नहीं मिल पाता, गुणवत्ता में समस्या आती है, अनुबंध में लिखी सुविधाएं पूरी नहीं होतीं आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इन खरीददारों के न्यायपूर्ण हितों की रक्षा करना महारेरा की जिम्मेदारी है. इसलिए महारेरा अध्यक्ष मनोज सौनिक, सदस्य महेश पाठक और सदस्य रविंद्र देशपांडे ने सुनवाई की प्रक्रिया को तेज करने की योजना बनाई. इस प्रयास का सफल परिणाम यह हुआ कि अक्टूबर 2024 से जुलाई 2025 के बीच कुल 3743 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें अधिकांश की सुनवाई एक-दो महीने के भीतर की जा रही है. यह महारेरा में पहली बार संभव हुआ है.
ज्ञात रहे कि, महारेरा की स्थापना मई 2017 में हुई थी. तब से अब तक कुल 30,833 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 23,726 का निपटारा किया जा चुका है. स्थापना पूर्व के 3523 प्रोजेक्ट्स से मिली शिकायतों की संख्या 23,661 थी. वहीं महारेरा की स्थापना के बाद के 2269 प्रोजेक्ट्स से मिली शिकायतों की संख्या 6,218 रही. स्थापना के बाद की शिकायतें कुल शिकायतों की तुलना में 21 फीसद हैं, जबकि पूर्व की शिकायतें 79 फीसद हैं. वर्तमान में राज्य में कुल 51,481 प्रोजेक्ट्स पंजीकृत हैं, जिनमें से 5792 प्रोजेक्ट्स से शिकायतें प्राप्त हुई हैं.
भविष्य में खरीदारों को शिकायतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रोजेक्ट पंजीकरण के समय संभावित अड़चनों की जांच करना महारेरा का लक्ष्य है. प्रोजेक्ट की वैधानिकता, वित्तीय क्षमता और तकनीकी योग्यता की कड़ी छानबीन के बाद ही पंजीकरण संख्या जारी की जाती है. महारेरा का मुख्य उद्देश्य घर खरीदारों की निवेश सुरक्षा सुनिश्चित करना और भरोसेमंद प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा देना है.





