अमरावती के 6 निकायों में महायुति का ‘विसर्जन’, मविआ में भी दरार
कई सीटों पर भाजपा, शिंदे गट और अजित पवार गुट हैं आमने-सामने

* चिखलदरा में अजीत पवार गुट के राजेंद्र सोमवंशी ऐन समय हुए भाजपा में शामिल
* दर्यापुर, अंजनगांव, शें. घाट व अचलपुर में शिंदे गुट युति से बाहर
* चांदुर बाजार में अजीत पवार गुट ने चुना अलग रास्ता, दर्यापुर में भाजपा के साथ
* चिखलदरा में अजीत पवार गुट के सोमवंशी भाजपा में आए
* कांग्रेस के खिलाफ शिवसेना उबाठा ने कई सीटों पर उतारे दावेदार
* अचलपुर, दर्यापुर, चांदुर रेलवे, चांदुर बाजार व मोर्शी में उबाठा ने कांग्रेस के खिलाफ उतारे प्रत्याशी
* कुछ सीटों पर प्रहार व एमआईएम की भी सशक्त दावेदारी, रोचक हुए चुनाव
अमरावती/दि. 22- नगरपालिका व नगर पंचायतों के चुनावी माहौल में अमरावती जिले की छह नगरपालिकाओं में महा्यूति पूरी तरह बिखर गई, जबकि महाविकास आघाडी (मविआ) में भी दरार के संकेत साफ नजर आ रहे हैं. नामांकन वापसी की अंतिम तिथि पूरी होते ही राजनीतिक समीकरण एकाएक बदल गए और सहयोगी दल अनेक स्थानों पर एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए. सबसे बडा उलटफेर चिखलदरा नगर परिषद में हुआ. जहां पर ऐन नामांकन प्रक्रिया के समय महायुति में शामिल अजीत पवार गुट वाली राकांपा के पूर्व नगराध्यक्ष राजेंद्रसिंह सोमवंशी ने पाला बदलकर भाजपा में प्रवेश कर लिया था. जिससे राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल गया. इसके साथ ही विगत दो दिनों से चिखलदरा सहित दर्यापुर नगर परिषदों में बड़ी हलचल हुई, क्योंकि दर्यापुर नगर परिषद में भाजपा व अजीत पवार गुट के बीच गठबंधन कायम रहा. लेकिन शिंदे गट वाली शिवसेना ने महायुति से अलग रास्ता पकडा और दर्यापुर में भाजपा उम्मीदवार नलिनी भारसाकळे के खिलाफ शिंदे गट ने प्रदीप मलिये को उतारकर महायुति को सीधे चुनौती दे दी. यहां पर मविआ में भी बिखराव दिखाई दे रहा है. क्योंकि कांग्रेस और उद्धव ठाकरे गुट भी मैदान में हैं, जिससे मुकाबला चतुकोणी बन गया है. इसके साथ ही अंजनगांव सुर्जी, शेंदूरजनाघाट, अचलपुर निकाय क्षेत्र में भी महायुति के घटक दलों के बीच खुला संघर्ष दिखाई दे रहा है. क्योंकि अंजनगांव सुर्जी में भाजपा और शिंदे गट आमने-सामने है. साथ ही अंजनगांव सुर्जी में शिवसेना (उद्धव ठाकरे) विधायक गजानन लवटे के पुत्र यश लवटे भी प्रत्याशी हैं. इसी तरह शेंदूरजनाघाट में भी महायुति के दोनों घटक दल टकरा रहे हैं. जबकि अचलपुर में भाजपा प्रत्याशी रुपाली माथने को शिंदे गट की रेखा गड्रेल से चुनौती मिल रही है. जिले की सबसे बड़ी नगरपालिका होने से यहां कांग्रेस, प्रहार, एमआईएम और कई निर्दलीयों की मौजूदगी मुकाबले को बहुरंगी बनाती है. उधर चांदूर बाजार में अजित पवार गुट ने महायुति से अलग रास्ता चुना है. चांदूर बाजार में अध्यक्ष पद हेतु सात उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन नामांकन वापसी पश्चात अब भाजपा और एनसीपी (अजित पवार) के बीच सीधी टक्कर बन रही है. साथ ही चांदुर बाजार में कांग्रेस और प्रहार की मौजूदगी ने मुकाबले को और तीखा कर दिया है.
अमरावती जिले के सभी छह निकायों में राजनीतिक खेमों की टूट-फूट और आंतरिक प्रतिस्पर्धा ने चुनाव को काफी रोचक और अप्रत्याशित बना दिया है. 2 दिसंबर को होने वाला मतदान कई नेताओं और दलों की प्रतिष्ठा तय करेगा. जिले के अधिकांश निकायों में जहां कांग्रेस बनाम भाजपा का सीधा मुकाबला है, वहीं कई जगह शिवसेना (उद्धव) बनाम शिवसेना (शिंदे), अजित पवार गुट बनाम शरद पवार गुट और प्रहार पार्टी सहित एमआईएम का प्रभाव चुनाव को और जटिल बना रहा है. प्रहार पार्टी ने चांदुर बाजार, अचलपुर व चिखलदरा नगर परिषद में अपने प्रत्याशी खडे किए है. वहीं एमआईएम ने चांदुर बाजार, अचलपुर सहित अंजनगांव सुर्जी जैसे अपने प्रभाव क्षेत्र वाले निकायो में नगराध्यक्ष पद सहित सदस्य पदों के लिए अपने प्रत्याशी दिए है. जिसके चलते कई निकाय क्षेत्रों में मुकाबला बहुकोणीय और बेहद रोमांचक होता दिखाई दे रहा है.
* कहां पर किन प्रमुख प्रत्याशियों के बीच भिडंत
– नांदगांव खंडेश्वर नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए 6 उम्मीदवार मैदान में है. जिनमें भाजपा की स्वाती पाठक, एनसीपी (अजित) की कल्पना मारोडकर, कांग्रेस की वीणा जाधव के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है. साथ ही नगराध्यक्ष पद हेतु अन्य तीन दावेदार भी मैदान में है.
– चांदूर रेलवे नगर परिषद में नगराध्यक्ष पद हेतु 5 महिला उम्मीदवार है. जिनमें भाजपा की स्वाती मेटे, कांग्रेस की पूनम सूर्यवंशी, आपले चांदुर पैनल की प्रियंका विश्वकर्मा, शिवसेना (उद्धव) की भावना यादव व आम आदमी पार्टी की नम्रता गवली का समावेश है. इसमें से मुख्य लड़ाई भाजपा, कांग्रेस व आपले चांदुर पैनल के प्रत्याशियों के बीच मानी जा रही है.
– अचलपुर नगर परिषद में अध्यक्ष पद हेतु 7 दावेदार है. जिनमें रुपाली माथने (भाजपा), राधिका घोटकर (उद्धव गुट), सारिका पिंपले (प्रहार), रेखा गड्रेल (शिंदे गुट), नुरूसबहा नबील (कांग्रेस), शबानाबानो (एमआईएम) तथा एक निर्दलीय प्रत्याशी का समावेश है. जिसमें से मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस, शिंदे गुट व प्रहार प्रत्याशी के बीच माना जा रहा है.
– धामणगांव रेलवे में नगराध्यक्ष पद हेतु केवल 2 प्रत्याशी मैदान में है. जिसके चलते धामणगांव में भाजपा बनाम कांग्रेस वाली लगभग सीधी लड़ाई की स्थिति है. धामणगांव में भाजपा की ओर अर्चना रोठे-अडसड एवं कांग्रेस की ओर से वैशाली देशमुख की दावेदारी है. जिनके बीच आमने-सामने वाला सीधा मुकाबला होने जा रहा है.
– चांदूर बाजार में अध्यक्ष पद के लिए 5 उम्मीदवार मैदान में है, जिनमें कांता अहीर (भाजपा), फरहाना तबस्सुम (कांग्रेस), मनीषा नांगलिया (प्रहार), सरोज चौधरी (उद्धव गुट), फातेमा बानो (एनसीपी अजित) का समावेश है. खास बात यह है कि, मनीषा नांगलिया को पहले भाजपा की ओर से नगराध्यक्ष पद का प्रत्याशी माना जा रहा था, परंतु भाजपा द्वारा कांता अहीर को दावेदार बनाए जाने के चलते पूर्व नगराध्यक्ष मनीषा नांगलिया ने प्रहार पार्टी में प्रवेश कर लिया. जिसके चलते मुकाबला कांटे की टक्कर वाला हो गया है.
– दर्यापुर नगर परिषद में ओबीसी संवर्ग हेतु आरक्षित अध्यक्ष पद के 7 उम्मीदवार मैदान में है. जिनमें अकोला निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा विधायक प्रकाश भारसाकले की पत्नी नलिनी भारसाकले (भाजपा) एवं सहकार नेता सुधाकर भारसाकले की पत्नी मंदाकिनी भारसाकले (कांग्रेस) सहित प्रदीप मलिये (शिंदे गुट), भावना भूतड़ा (उद्धव गुट), एजाज कुरैशी (एनसीपी शरद), अदनान मरछिया (एमआईएम), रुपाली ढोले (निर्दलीय) का समावेश है. जिसमें से मुख्य मुकाबला रिश्ते में देवरानी-जेठानी रहनेवाली नलिनी व मंदाकिनी भारसाकले के बीच माना जा रहा है. जहां पर उनकी दावेदारी को शिंदे गुट, उद्धव ठाकरे गुट व शरद पवार गुट की ओर से चुनौती मिल रही है.
– मोर्शी नगर परिषद अध्यक्ष पद के लिए कुल 6 उम्मीदवार है, जिनमें रेशमा उमाले (भाजपा), दीपाली भडांगे (कांग्रेस), प्रतीक्षा गुल्हाने (शिवसेना), फरजाना बी (बसपा), सोनल रोडे (निर्दलीय), दर्शना टाकोले (निर्दलीय) का समावेश है. यहां पर भाजपा व कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है.





