माणिकराव कोकाटे का मंत्री पद खतरे में

कोर्ट के सीधे फैसले से हडकंप

मुंबई/दि.16- राज्य के क्रीडा मंत्री माणिकराव कोकाटे हमेशा ही विभिन्न कारणों से चर्चा में रहते हैं. कृषि मंत्री रहते उनके द्बारा किए गए वक्तव्य के कारण महायुती सरकार परेशानी में आ गई थी. किसान कर्जमाफी पर किए गए वक्तव्य के कारण तथा विधिमंडल के सभागृह में ऑनलाइन रमी गेम खेलते समय दिखाई देने से उन पर कडी टिपणी हुई थी. इस कारण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उनका खाता बदलना पडा. उन्हें कृषि मंत्री पद से हटाकर क्रीडा मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई. अब क्रीडा मंत्री रहने के बावजूद कोकाटे का मंत्री पद खतरे में आ गया है. इस कारण अब कोकाटे काफी परेशानी में आ गए हैं.
जानकारी के मुताबिक राज्य के क्रीडा मंत्री माणिकराव कोकाटे को शासकीय कोटे से हुए गबन मामले में उन पर लगाई गई दो साल की कैद और 10 हजार रुपए जुर्माने की सजा बरकरार रखी गई है. इससे पहले यह फैसला प्रथम श्रेणी न्यायालय ने सुनाया था. कोकाटे ने इस फैसले को जिला न्यायालय में चुनौती दी थी. अब जिला सत्र न्यायालय ने भी प्रथम श्रेणी न्यायालय के फैसले को बरकरार रखा हैं. जिलासत्र न्यायाधीश पी.एम. बदर ने यह सजा सुनाई. इस फैसले के बाद कहा जा रहा है कि अब कोकाटे मुश्किल में है और उनका खेलमंत्री पद ही खतरे में हैं.
* मामला आखिर है क्या?
मंत्री माणिकराव कोकाटे जिस मामले में फंसे है वह 29 साल पुराना हैं. 1995 में माणिकराव कोकाटे और उनके भाई विजय कोकाटे पर आरोप लगा कि उन्होंने कमजोर वर्ग से होने का दिखावा कर मुख्यमंत्री के 10 प्रतिशत कोटे के तहत आरक्षित फ्लैट पाने के लिए दस्तावेजों में हेराफेरी की. उनके खिलाफ सरकारवाडा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई थी. इसी प्रकरण में अब जिला सत्र न्यायालय ने कोकाटे को दी गई सजा को बरकरार रखा है तो अब कोकाटे आगे क्या करेंगे? यह देखना दिलचस्प होगा.

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