चीफ जस्टिस गवई के समर्थन में विशाल धरना

शाहू, फुले, आंबेडकर, देशमुख फाउंडेशन की पहल

* जिलाधीश को दिया गया निवेदन
* एड राकेश किशोर की कायराना कृति का सर्वत्र निषेध
अमरावती/दि.7 – शाहू, फुले, आंबेडकर, देशमुख फाउंडेशन की पहल से आज दोपहर 12 से 3 बजे तक इर्विन चौक पर बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा के पास विशाल धरना देकर देश के प्रधान न्यायाधीश भूषण गवई पर भरी अदालत में जूता उछालने की कोशिश का कडा निषेध किया गया. आंदोलन का नेतृत्व डॉ. गणेश पाटिल, एड. दिलीप एडतकर, डॉ. बी.आर. देशमुख, एड. पी.एस. खडसे, प्रा. गोपीचंद मेश्राम, किशोर बोरकर, भैयासाहब निचल, प्रा. अनिल देशमुख, प्रा. डॉ. सुजाता झाडे, राजा चौधरी, संकेत पाटिल आदि ने किया. इस घटना को देश में पहली बार हुई अपनी तरह की पहली घटना बताते हुए धक्कादायक और सभी को अस्वस्थ करनेवाली घटना बताया गया. उसी प्रकार न्याय व्यवस्था पर दबाव लाने का प्रयास बताया गया.
धरना आंदोलन पश्चात एड. राकेश किशोर का निषेध करते हुए जिलाधीश को निवेदन भी सौंपा गया. इस समय सर्वश्री डॉ. बी. आर. वाघमारे, एड. दिलीप एडतकर, एड. पी.एस. खडसे, मिलिंद चिमोटे, किशोर बोरकर, डॉ. रविन्द्र मुन्द्रे, हरिभाउ मोहोड, प्रदीप दंदे, प्रा. जगदीश गोवर्धन, चेतनदास इंगोले, भैया साहब निचत, प्रा. अनिल देशमुख, प्रा. किशोर फुले, राजाभाउ चौधरी, प्राचार्य कमलाकर पायस, विजय गणवीर, पंकज मेश्राम, अजय लेंदे, वंदना थोरात, अनिल काझी, प्रा. सुजाता झाडे, विजय खंडारे, वैभव देशमुख, समीर जवंजाल, अजय साबले, एड. दीपक सरदार, सौरभ मारोतराव तायडे, धनंजय बोबडे, प्रयाल मोहोड, वृषाली गावंडे, गोविंद ठाकरे, प्रफुल तंतरपाले, सिध्दार्थ भोयर, चिन्मय बोचे, दिनेश हरणे, पैंथर हरिदास सिरसाठ, राजीव शब्दवाले, विजय वानखडे, शंकर प्रधान, वासुदेव शेषराव आठवले, मनोहर खडसे, श्रीकृष्णा श्यामजी इंगोले, प्रभाकर वरघट, मदन गायकवाड, आनंद धंदर, अशोक डोंगरे, किरण गुडधे, संजय गडलिंग विजय खंडारे, मिलिंद अहिरे, प्रा. अनिल देशमुख, सुरेश दहीकर, दादाराव दाभाडे, राजेश वानखडे, बाबाराव मेश्राम, प्रशांत तायडे, विकास थोरात, समाधान मेश्राम, पुरूषोत्तम काकडे, समाधान वानखडे, रविकांत गवई, विजय आठवले, एम.जी. कांबले, भ्रमण बनसोड, महेंद्र आलेकर, राजू धवने, ओमप्रकाश बनसोड, मनोहरराव घोडेस्वार, दादासाहेब क्षीरसागर, सुरेश दहीकर, सुनील रामटेके, पंजाबराव रामटेके, धनराज कावरे, संजय भोवते, डॉ. संजय खडसे की उपस्थिति रही.
* सभी को जागृत रहना होगा
फाउंडेशन ने कलेक्टर को दिए निवेदन में कहा कि न्याय संस्था का सम्मान और स्वतंत्रता लोकशाही का आधार हैं. अत: इस आधार को धक्का न पहुंचे इसके लिए सभी को जागरूक रहना होगा. जस्टिस भूषण गवई द्बारा वकील राकेश किशोर को बडे मन से माफ कर देने का भी निवेदन में उल्लेख है.

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