मौलाना जुबेर अंसारी 5 दिन के रिमांड पर

नकली नोट कारोबार का राज्य में बडा कारोबार रहने की संभावना

अमरावती/दि.28 – नकली नोट प्रकरण में नाशिक के मालेगांव से मौलाना जुबेर अंसारी को मध्यप्रदेश की खंडवा पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करते हुए 1 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर लिया हैं. इस दौरान राज्य के नागपुर, चंद्रपुर, और मुर्तिजापुर से इस प्रकरण में बडी जानकारी सामने आने की संभावना दर्शायी जा रही हैं.
मध्यप्रदेश के भोपाल में नकली नोट छापनेवाले गिरोह को खंडवा पुलिस के एटीएस दल ने सतर्कता से गिरफ्तार कर लिया. इस गिरोह के मुख्य सूत्रधार डॉ. प्रतीक नवलखे उसके साथी प्रॉपर्टी डिलर गोपाल उर्फ राहुल पनवार और धारणी पंचायत समिति अंतर्गत आनेवाले जिला परिषद शाला के प्रभारे मुख्याध्यापक दिनेश गोरे को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पिछले चार दिनों से उनसे कडी पूछताछ जारी हैं. इसमें राज्य के विभिन्न इलाकों में उन्होंने नकली नोट पहुंचायी है. यह बात पता चली, लेकिन प्रत्यक्ष में वह नकली नोट किसे दी गई यह बात देखी जा रही है. मध्यप्रदेश एटीएस समेत महाराष्ट्र एटीएस भी अब इस प्रकरण में बारीकी से जांच कर रही हैं.

डॉक्टर मास्टर माइंड
डॉ. प्रतिक नवलखे ने भोपाल के अस्पताल में वैद्यकिय अधीक्षक रहते भारी मात्रा में भ्रष्टाचार किया. जांच में तथ्य पाए जाने पर मामला दर्ज किया गया और वहीं डॉक्टर नकली नोट तैयार करने का मास्टर माइंड निकला.

* अंसारी के जरिए नकली नोट बाजार में
डॉ. नवलखे कारागृह में था तब उसकी मुलाकात इंदौर के राघवेंद्र से हुई. नकली नोट प्रकरण में गिरफ्तार हुए राघवेंद्र ने ही डॉ. नवलखे को नकली नोट तैयार करने की आयडीया दी. इसके लिए युट्यूब और विदेशी साईट की जानकारी भी दी. चीन से नोट के तार लाए गए. यह नोट बाजार में फैलाने के लिए मौलाना जुबेर अंसारी ने स्वतंत्र टीम तैयार की. उससे संबंधित नासीर, तौसीफ अंजूम और अमजद कोतवाल को मालेगांव पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार किया हैं, यह विशेष.

* आरोपी पुलिस हिरासत में
मौलाना जुबेर अंसारी को बुधवार 26 नवंबर को न्यायालय में पेश किया गया. 1 दिसंबर तक उसे पुलिस रिमांड पर लिया गया है.
– महेंद्र तारणेकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खंडवा

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