सुपर में पहली बार मायक्रोव्हस्कुलर सर्जरी सफल

अमरावती/ दि.17- यहां के विभागीय संदर्भ सेवा रुग्णालय,( सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल)अमरावती में मायक्रोव्हस्कुलर (फ्री फ्लॅप) शस्त्रक्रिया यशस्वी पूर्ण कर चिकित्सकों ने 32 साल के मरीज को मानो नवजीवन देने का प्रयत्न किया है. फ्री फ्लॅप कही जाती सर्जरी अमरावती संभाग में पहली बार की गई है.
रुग्ण को मुंह का कैंसर हो गया था. इसलिए उसकी शस्त्रक्रिया कर मूल, होंठ और गाल के अंदर का हिस्सा निकालना पडा है. जिससे मरीज के चेहरे पर गढ्ढा हो जाता. फलस्वरूप उसका आत्मविश्वास कम हो जाता है. ऐसे में प्लास्टिक सर्जरी और कैंसर सर्जन टीम ने फ्री फ्लॅप ऑपरेशन सक्सेसफुल किया. जिसमें हाथ की चमडी निकालकर चेहरे पर लगाई गई. फलस्वरूप रूग्ण का मुख पहले के समान नार्मल नजर आता है. अमरावती में इस प्रकार का ऑपरेशन पहली बार किया गया.
सुपर के वैद्यकीय अधीक्षक डॉ.अमोल नरोटे व विशेष कार्य अधिकारी डॉ. मंगेश मेंढे के मार्गदर्शन में उपरोक्त सर्जरी की गई. कॅन्सर तज्ञ डॉ. अतुल यादगिरे, प्लॅस्टिक सर्जन डॉ. तक्षक देशमुख, बाधिरीकरण तज्ञ डॉ. राखी वानखडे, नोडल ऑफिसर डॉ.अंजू दामोदर,डॉ.माधव ढोपरे, डॉ.माधुरी गाडेकर, डॉ . रोहिणी राठोड ,डॉ किरण परीसे, डॉ.ऐश्वर्या,औषध विभाग योगेश वाडेकर, समाजसेवा अधीक्षक शीतल बोंडे, ऋषिकेश धस, डॉ. दिव्यांनी मुंदाने, डॉ. पायल रोकडे का योगदान रहा. उसी प्रकार अधिसेविका माला सुरपाम के निर्देशानुसार इन्चार्ज सिस्टर संगीता आष्टेकर, कविता बेरड, प्रियंका गायकवाड, वैष्णवी मरकाले, सुमित्रा कोरे, वैभवी कोथलकर, जिमी कांबले, श्याम चव्हाण, लक्ष्मण वाडुकर, शारदा राठोड, अथर्व लोंढे, प्रगती चिखलकर, जीवन तेलमोरे का सहकार्य रहा.





