मंत्री और विधायक उलझे, सदन स्थगित
एक दूसरे को बाहर निकलने की धमकियां

मुंबई/ दि. 10 – प्रदेश सरकार के मंत्री शंभू राजे देसाई और शिवसेना उबाठा विधायक अनिल परब के बीच मराठी लोगों के आवास के मुद्दे पर सवाल जवाब के बीच जमकर तू- तू , मैं- मैं हो गई. बात इतनी बढ गई कि सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड गई. दोनों ने एक दूसरे को बाहर निकल बताता के अंदाज में धमकियां देने का दावा खबर में किया गया है.
विधान मंडल का पावस सत्र चल रहा है. अनिल परब ने मुंबई में मराठी लोगों को आवास उपलब्ध करवाने सभी नई इमारतों में बिल्डर्स को मराठी लोगों हेतु 40% आवास आरक्षित करने की मांग उठाई. इस बारे में सरकार से कानून बनाने का सवाल किया. इस पर उत्तर देते हुए मंत्री शंभू राजे देसाई ने उल्टे परब से सवाल किया कि 2019 से 2022 दौरान उनकी सरकार थी तब ऐसा कानून क्यों नहीं बनाया ? देसाई ने कहा कि मराठी लोगों को आवास मिलना चाहिए, यह हमारी भी भावना है. देसाई ने ताना मारा कि आपकी सरकार ने मराठी लोगों की उपेक्षा की, यह रिकार्ड पर आना चाहिए.
देसाई की टिप्पणी से अनिल परब तैश में आ गये. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में आप भी मंत्री थे. आपने क्या किया ? परब ने देसाई को गद्दार कह दिया. जिससे शंभू राजे आग बबूला हो गये. उन्होंने परब को सीधे धमकी दी. बाहर निकल तुझे बताता. तू जूते चाट रहा था. मुझे गद्दार कहता हैं. उप सभापति नीलम गोर्हे ने कामकाज थोडी देर के लिए स्थगित कर दिया.





