विधानसभै तैालिका सभापति के तौर पर विधायक खोडके ने संभाला सदन

अनुभव, अनुशासन और संयम का दिया परिचय

* अंबानगरीवासियों में हर्ष
अमरावती/दि.4 – राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र विगत 30 जून से आरंभ हो चुका है. अधिवेशन के पहले ही दिन विधानसभा अध्यक्ष एड. राहुल नार्वेकर ने विधानसभा तालिका सभापति के रूप में विधायक सुलभा खोड़के के नाम की घोषणा की थी. जिसके बाद 3 जुलाई से वर्तमान अध्यक्ष की अनुपस्थिति में सुलभा खोडके ने विधानसभा के सभापति के रूप में कार्यवाही का संचालन किया तथा अत्यंत कुशलता से सदन को चलाया. इस दौरान किसानों के विकास के साथ-साथ एक सुखी समृद्ध, प्रगतिशील और सुधारवादी राज्य के निर्माण के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की गयी. यह चर्चा अत्यंत महत्वपूर्ण थी और ऐसे समय तालिका सभागृह के रूप में विराजमान सुलभा खोड़के ने बेहतरीन सदन का संचालन किया.
उन्होंने नियोजित समय के भीतर प्रत्येक सदस्य को अपनी बात रखने का अवसर दिया. सत्तापक्ष के साथ साथ विपक्षी दलों के विधायको की बात को भी गंभीरता से सुना. कार्रवाई के संचालन के दौरान सभापति खोड़के ने अपने लंबे संसदीय अनुभव, अनुशासन, ग्रंथम और विवेकशीलता का परिचय देते हुये सभी को प्रभावित किया. अमरावती की विधायक सुलभा खोड़के के विधानसभा में तालिका सभापति के रूप में आसन पर विराजित होते ही अमरावतीवासियों को गर्व की अनुभूति हुयी. ज्ञात रहे कि, राज्य के विधानमंडल का मानसून अधिवेशन शुरू हो चुका है. संभवतः प्रतिदिन लगभग 8 घंटे की कार्यवाही होती है. स्वाभार्षिक 8 घंटे तक अध्यक्ष की उपस्थिति निरंतर नहीं रह सकती. इसलिये अध्यक्ष की अनुपस्थिति में सदन का कामकाज सुचारू रूप से चलने के लिये तालिका सभापतियों का एक पैनल बनाया जाता है. इस पैनल में विधायक खोड़के को तालिका सभापति के रूप में नामांकित किया गया है और वह अध्यक्ष राहुल नार्वेकर की अनुपस्थिति में विधानसभा की कार्यवाही को सफलतापूर्वक संभाल रही है.

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