विधायक सुलभा खोडके बनी ‘नासुप्र’ की ट्रस्टी
अजीत पवार गुट ने की नाम की सिफारिश

* नागपुर के पदाधिकारियों में कुछ हद तक नाराजगी
अमरावती /दि.17 – अजीत पवार गुट वाली राकांपा द्वारा अमरावती की विधायक सुलभा खोडके की नागपुर सुधार प्रन्यास के विश्वस्त पद पर नियुक्ति करने की सिफारिश विधान मंडल सचिवालय से की गई है. जिसके चलते जहां एक ओर अमरावती में खोडके समर्थकों के बीच हर्ष वाला माहौल है, वहीं दूसरी ओर इस नियुक्ति के चलते नागपुर के स्थानीय पदाधिकारियों में तीव्र नाराजगी देखी जा रही है और नागपुर के स्थानीय पदाधिकारियों ने इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद प्रफुल पटेल के पास अपनी शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया है.
बता दें कि, महायुति सरकार में शामिल घटक दलों में महामंडल व विविध संस्थाओं में नियुक्तियों को लेकर पदों का बंटवारा किया गया है. जिसके तहत अजीत पवार गुट वाली राकांपा के कोटे में ‘नासुप्र’ के विश्वस्त पद का एक हिस्सा मिला है. ‘नासुप्र’ के विश्वस्त मंडल में कुल 10 सदस्य होते है, जिनमें ‘नासुप्र’ सभापति के पास अध्यक्ष पद होता है, वहीं जिलाधीश, मनपा आयुक्त व नगर रचना संयुक्त संचालक स्थायी सदस्य रहते है. इसके अलावा विश्वस्त मंडल में एक विधायक, एक नगरसेवक, स्थायी समिति अध्यक्ष व दो गैरसरकारी सदस्यों का समावेश रहता है. विधायक कोटे से भाजपा के कृष्णा खोपडे पहले ही ‘नासुप्र’ के विश्वस्त नियुक्त है. ऐसे में विधायक सुलभा खोडके की नियुक्ति गैरसरकारी कोटे से होने की चर्चा है, परंतु विधायक सुलभा खोडके नागपुर शहर व जिले सहित नागपुर संभाग से भी वास्ता नहीं रखती. जिसके चलते नागपुर में स्थानीय स्तर पर अजीत पवार गुट वाली राकांपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता कुछ हद तक नाराज है. जिनके मुताबिक यदि ‘नासुप्र’ के विश्वस्त मंडल में किसी स्थानीय पदाधिकारी को अवसर दिया जाता, तो यह ज्यादा ठीक रहता. अजीत पवार गुट वाली राकांपा से वास्ता रखनेवाले नागपुर के एक पदाधिकारी के मुताबिक हाल ही में पार्टी का राज्यस्तरिय चिंतन शिविर नागपुर में हुआ था. जिसके लिए नागपुर के पदाधिकारियों ने जमकर मेहनत भी की थी. इसकी प्रशंसा पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील तटकरे ने सभी के सामने खुलेआम की थी, परंतु पार्टी द्वारा स्थानीय पदाधिकारियों की बजाए यदि नागपुर के बाहर रहनेवाले व्यक्ति को नागपुर के किसी प्राधिकरण में नियुक्ति दी जाती है, तो सवाल उठता है कि, क्या नागपुर के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने केवल नागपुर में आयोजित सभाओं व बैठकों में कुर्सीयां लगाने का ही काम करना चाहिए.
* बडोले व आत्राम को भी मिले बडे मौके
अजीत पवार गुट वाली राकांपा ने पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले व धर्मराव आत्राम को भी महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति का अवसर प्रदान किया है. जिसके तहत बडोले की महाराष्ट्र पशु व मत्स्य विद्यापीठ के सदस्य पद पर तथा आत्राम की गोंडवाना विद्यापीठ के सदस्य पद पर नियुक्ति करने की सिफारिश पार्टी द्वारा की गई है.





