पुरक बजट में सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल के लिए दी जाए अधिकाधिक निधि

विधायक संजय खोडके ने विधान परिषद में उठाई मांग

मुंबई /दि.7- राज्य में अमरावती व नाशिक इन दो स्थानों पर सुपर स्पेशालिटी अस्पताल शुरु किए गए. जिसमें से अमरावती के सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में वर्ष 2010 से बेहतर काम चल रहा है. अमरावती के सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में 7 यूनिट है. वहीं नाशिक में केवल 3 यूनिट ही चलाए जाते है. परंतु इसके बावजूद सरकार की ओर से निधि के संदर्भ में सुपर हॉस्पिटल के लिए निधि का वितरण करते समय अमरावती के सुपर स्पेशालिटी अस्पताल हेतु तुलनात्मक रुप से कम निधि मिलती है. वर्ष 2025-26 की पुरक मांग में सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल के लिए 139 करोड रुपए की निधि मंजूर की गई है. जिसके चलते अमरावती के सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के लिए ज्यादा से ज्यादा निधि दी जाए, ऐसी मांग विधान परिषद सदस्य संजय खोडके ने राज्य विधान मंडल के पावसकालिन सत्र दौरान विधान परिषद में उठाई.
इस विषय को लेकर सभागृह में अपनी बात रखते हुए विधायक संजय खोडके ने अमरावती के सुपर स्पेशालिटी अस्पताल की प्रभावी व तत्पर रुग्ण सेवा तथा डॉक्टरों के बेहतरीन कामकाज से सभागृह को अवगत कराया तथा बताया कि, अमरावती के सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के फेज-1 व फेज-2 में विविध बीमारियों का इलाज किया जाता है. जहां पर अब तक 22,984 युरॉलॉजी की शल्यक्रिया, 23,345 प्लास्टिक सर्जरी, 28,288 पेडीयाट्रिक सर्जरी, 50 किडनी प्रत्यारोपण शल्यक्रिया की जा चुकी है. साथ ही यहां पर डायलिसिस सेवा 24 घंटे शुरु रहती है और अब तक 10 हजार डायलिसिस किए जा चुके है. कोविडकाल से सुपर हॉस्पिटल के फेज-2 में हृदयरोग विभाग शुरु किया गया है. जहां पर 1367 एंजियोग्राफी, 589 एंजियोप्लास्टी व 9575 2-डी इको किए गए है और यहां पर आईसीयू की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है. साथ ही इस अस्पताल में वर्ष 2023 से न्यूरॉलॉजी यूनिट शुरु किया गया है और 531 न्यूरो सर्जरी की गई है. इसी तरह कैन्सर यूनिट के ओंकोलॉजी विभाग में 3391 शल्यक्रियाएं की गई है तथा किमोथेरपी सेवा का 1486 मरीजों को लाभ दिया गया है. इस तरह की राज्य में सबसे बेहतरीन सेवाएं अमरावती के सरकारी सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में चल रहा है. परंतु इसके बावजूद निधि का वितरण करते समय सरकार द्वारा अमरावती व नाशिक के लिए एकत्रित बजेट कर निधि प्रदान की जाती है. जिसमें केवल तीन विभाग शुरु रहनेवाले नाशिक के सुपर स्पेशालिटी को ज्यादा निधि मिलती है. वहीं अमरावती में 7 यूनिट कार्यरत रहने के बावजूद अपेक्षाकृत तौर पर निधि कम मिलती है. जारी वर्ष की पुरक मांगों में सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के लिए 139 करोड रुपयों की निधि मंजूर की गई है. अत: निधि देते समय अमरावती के सुपर स्पेशालिटी अस्पताल हेतु बजट में स्वतंत्र प्रावधान कर अधिकाधिक निधि देने की मांग विधायक संजय खोडके द्वारा उठाई गई.
इसके साथ ही विधायक संजय खोडके द्वारा कहा गया कि, सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में सेवा देने हेतु विशेषज्ञ व नामांकित शल्य चिकित्सकों को सेवाभावी तत्व पर बुलाया जाता है. परंतु सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में अति विशिष्ट सेवा देनेवाले डॉक्टरों का मानधन भी हमेशा प्रलंबित रहता है. जबकि उन डॉक्टरों को मानधन देने के संदर्भ में सरकार की तय वर्गवारी है. जिसमें मायनर सर्जरी के लिए 3 हजार रुपए, मेजर सर्जरी के लिए 5 हजार रुपए व सुपर मेजर सर्जरी के लिए 5 हजार रुपए का मानधन दिया जाता है. जबकि सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में अति विशिष्ट सेवा देनेवाले डॉक्टरों का मानधन बढाने की बात सरकार द्वारा प्रस्तावित की गई है. जिसके तहत मायनर सर्जरी के लिए 5 हजार रुपए, मेजर सर्जरी के लिए 10 हजार रुपए व सुपर मेजर सर्जरी के लिए 25 हजार रुपए का वृद्धिंगत मानधन प्रस्तावित किया गया है. ऐसे में यह रकम भी जल्द से जल्द रिलिज की जानी चाहिए. इसके साथ ही सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजना सरकार द्वारा चलाई जाती है. जिसके तहत मिलनेवाले अनुदान की भी वर्गवारी की जाती है. जिसमें 52 फीसद निधि सुपर स्पेशालिटी अस्पताल को दी जाती है. वहीं 23 फीसद निधि सरकार की अनुमति से अन्य सुविधाओं के लिए उपलब्ध कराई जाती है और 25 फीसद निधि सरकार को जाती है. जबकि इससे उलट निजी अस्पतालों को महात्मा फुले जनआरोग्य योजना के तहत पूरा 100 फीसद अनुदान रिलिज किया जाता है. उसी तर्ज पर सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में भी महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजना की 100 फीसद निधि रिलिज करने के बारे में पुनर्रचना की जाए, ऐसी मांग विधायक संजय खोडके द्वारा पावस सत्र के दौरान उठाई गई.
विधायक खोडके द्वारा उपस्थित किए गए मुद्दे जवाब देते हुए राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ मंत्री प्रकाश आबिटकर ने कहा कि, आगामी समय में निश्चित तौर पर इसे लेकर सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी. साथ ही सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में अति विशिष्ट सेवा देनेवाले डॉक्टरों के वृद्धिंगत मानधन के संदर्भ में मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ विभाग के साथ बैठक करते हुए आवश्यक निर्देश जारी किए जाएंगे. साथ ही महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजना की 100 फीसद निधि सुपर स्पेशालिटी अस्पताल को देने के संदर्भ में आगामी कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया जाएगा.

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