अधिकांश साहूकारों के पास ब्याज दर सूचना फलक नहीं

दोगुना कर वसूली से किसानों का शोषण

* एआर द्वारा क्यों नहीं की जा रही कार्रवाई?
अमरावती/दि.3-जिले के अधिकांश लाइसेंसधारक साहूकारों द्वारा अवैध साहूकारी हो रहीं है. इसमें किसानों को ब्याज वसूली संबंधी वार्षिक 9 प्रतिशत दर के बारे में जानकारी ही नहीं है. जिसके कारण साहूकारों द्वारा महिने का तीन प्रतिशत यानी वार्षिक 36 प्रतिशत ब्याज वसूलार जा रहा है. ऐसी स्थिति में एकभी साहूकार के पास ब्याज वसूली संबंधी सूचना फलक नहीं लगाया जाने से किसानों से धोखाधडी और आर्थिक शोषण होने की वास्तविकता है.
जिले में लाइसेंस धारक 667 है. इनमें से 99 प्रतिशत साहूकारों के पास किसान व नागरिकों को कर्ज वितरण और ब्याज वसूली संबंधी फलक नहीं लगाए गए. इस संबंध में साहूकारी अधिनियम, सरकार का राजपत्र व प्रधान सचिव सहकार की अध्यक्षता में 16 मई को हुई बैठक के अनुसार प्रत्येक लाइसेंसधारक साहूकार ने सूचना फलक लगाने के निर्देश दिए गए है. वास्तव में जिले के साहूकारों ने शासन निर्देश को नजरअंदाज किया है. राज्य में अवैध साहूकारी संबंध में सबसे ज्यादा कार्रवाई अमरावती जिले में हुई है. इसमें लाइसेंसधारक साहूकार भवी अवैध साहूकारी करने की जानकारी सामने आई है.
* अमरावती और अचलपुर में सबसे ज्यादा
जिले में 667 लाइसेंसधारक साहूकार है. इसमें सबसे ज्यादा 249 साहूकार अकेले अमरावती तहसील में तथा 153 साहूकार अचलपुर तहसील में है. भातकुली में 9, अंजनगांव 24, धामणगांव 23, वरूड 44, धारणी 21, नांदगांव 14, चांदूर रेल्वे 11, चांदूर बाजार 43, तिवसा 19 और दर्यापुर तहसील में 14 साहूकार है. पेसा कानून से चिखलदरा तहसील में साहूकार लाइसेंस नहीं.
* सूचना फलक में जानकारी दर्ज करना अनिवार्य
-सहकारिता विभाग की जानकारी के अनुसार हर लाइसेंसधारक ने सूचना फलक लगाना अनिवार्य है. इसमें साहूकार का नाम, फर्म का नाम, लाइसेंस नंबर, वैधता तिथि, लाइसेंस कार्यक्षेत्र, साहूकारी व्यवसाय का स्थान, कर्ज संबंधी जानकारी आदि दर्ज करना अनिवार्य है.
– किसानों के लिए तारण कर्ज 9 प्रतिशत प्रतिवर्ष, बिना तारण कर्ज 12 प्रतिशत, किसान के अलावा अन्य लोगों को तारण कर्ज 15 प्रतिशत प्रतिवर्ष, बिनातारण कर्ज 18 प्रतिशत प्रतिवर्ष आदि जानकारी सूचना फलक पर अनिवार्य है.
सभी एआर को 20 मई को पत्र देकर लाइसेंसधारक साहूकारों ने सूचना फलक लगाने के निर्देश दिए है. इस संबंध में फिर से निरीक्षण कर कार्रवाई करेंगे.
-शंकर कुंभार, जिला उपनिबंधक,
(सहकारी संस्था)

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