सांसद वानखडे ने मांगी त्रिसदस्यीय समिति की जांच रिपोर्ट

जन्म-मृत्यू प्रमाणपत्र मामले में मनपा आयुक्त को लिखा पत्र

अमरावती /दि.19 – अमरावती महानगर पालिका के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत जन्म-मृत्यू विभाग द्वारा जन्म-मृत्यू के फर्जी प्रमाणपत्र वितरित किए जाने के मामले को लेकर मनपा आयुक्त के आदेशानुसार गठित त्रिसदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए, इस आशय का पत्र जिले के सांसद बलवंत वानखडे द्वारा गत रोज मनपा आयुक्त के नाम जारी किया गया. जिसके चलते उस रिपोर्ट में क्या कुछ लिखा हुआ है, इसे लेकर अब तर्क-वितर्क लगाए जा रहे है.
बता दें कि, सांसद बलवंत वानखडे द्वारा उठाई गई मांग के चलते ही मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा चांडक ने जन्म-मृत्यू के फर्जी प्रमाणपत्र मामले की जांच करने हेतु विगत 7 नवंबर को त्रिसदस्यीय समिति गठित की थी. जिसमें अध्यक्ष के तौर पर अतिरिक्त आयुक्त शिल्पा नाईक, सदस्य सचिव के तौर पर मुख्य विधि अधिकारी श्रीकांतसिंह चौहान तथा सदस्य के तौर पर मुख्य लेखापरिक्षक श्यामसुंदर देव का समावेश किया गया था. इस समिति को फर्जी प्रमाणपत्र मामले की जांच करते हुए अगले 7 दिनों के भीतर अपनी प्राथमिक रिपोर्ट पेश करनी थी, परंतु 12 दिनों का समय बीत जाने के बावजूद जांच समिति की रिपोर्ट अप्राप्त रहने के चलते सांसद बलवंत वानखडे ने आयुक्त के नाम स्मरणपत्र जारी करते हुए जांच समिति की रिपोर्ट पेश किए जाने की मांग की है.
उल्लेखनीय है कि, इस पूरे मामले को लेकर मनपा का स्वास्थ्य विभाग ही संदेह के घेरे में है. जिसके चलते जांच रिपोर्ट के जरिए कौनसे तथ्य उजागर होकर सामने आते है, इस बात की ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है.

* सांसद वानखडे ने उठाई हैं कार्रवाई की मांग
बता दें कि, सांसद बलवंत वानखडे ने विगत 4 नवंबर को आयुक्त के नाम जारी पत्र के जरिए जन्म-मृत्यू के फर्जी प्रमाणपत्र वितरण मामले में दोषी पाए जानेवाले मनपा के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है. इस मामले में 504 नागरिकों द्वारा प्रमाणपत्र वापिस नहीं किए जाने के चलते सिटी कोतवाली पुलिस थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. जिसके बाद इस मामले को लेकर माहौल काफी गरमा गया है. साथ ही यह मामला इस समय पूरे राज्य में चर्चित है.

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