नागपुर बोर्ड की लापरवाही, शुल्क अदा करने पर भी नहीं मिली उत्तर पत्रिका

12 वीं की परीक्षा दी छात्रा का शैक्षणिक भविष्य खतरे में

भंडारा/दि.17 – नागपुर बोर्ड की लापरवाह कार्यप्रणाली फिर से एक बार सामने आयी है. शुल्क अदा करने के बाद भी उत्तर पत्रिका न मिलने से 12वीं उत्तीर्ण छात्रा का शैक्षणिक भविष्य खतरे में आ गया है. बार-बार विभागीय मंडल कार्यालय के चक्कर काटने के बावजूद न्याय न मिलने से पालक और छात्रा हताश हो गए है.
उसर्रा के सोसायटी कनिष्ठ महाविद्यालय के 12 वीं विज्ञान शाखा की छात्रा आयुषी अनिल रामटेके ने श्रेणी सुधार योजना के तहत जून- जुलाई 2025 में परीक्षा दी थी. अपेक्षा के मुताबिक अंक न मिलने से उसने 6 अगस्त को गणित, रसायनशास्त्र, भौतिकशास्त्र और जीवशास्त्र ऐसे चार विषय के उत्तरपत्रिका की सत्य प्रति मांगी. इसके लिए उसने 1600 रुपए शुल्क भरा था. लेकिन अब तक उत्तरपत्रिका नहीं मिली है. उसने प्रत्यक्ष दो दफा विभागीय मंडल में भेंट देकर पूछताछ की. लेकिन उसे टालमटोल जवाब दिया गया. विभागीय मंडल के संबंधित लिपीक अंबारे से पूछताछ करने पर पुनर्मूल्यांकन की वेबसाईट बंद हुई है. हम कुछ नहीं कर सकते ऐसा जवाब मिला. छात्रा की मां ने 11 सितंबर को मंडल सचिव रविंद्र सोनटक्के से प्रत्यक्ष मुलाकात कर शिकायत दर्ज की. फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. आयुषी रामटेके फिलहाल नीट व जेईई परीक्षा की तैयारी कर रही है. लेकिन बोर्ड की लापरवाही के कारण उसका शैक्षणिक भविष्य खतरे में आने की संभावना है. पालकों ने उचित निर्णय न होने पर न्यायालयीन गुहार लगाने की चेतावनी दी है.

* न्यायालय के अलावा कोई पर्याय नहीं बचा
बोर्ड की लापरवाही के कारण बेवजह परेशानी हो रही है. बार-बार कार्यालय के चक्कर काटने के बावजूद न्याय नहीं मिल रहा है. अब न्यायालय में गुहार लगाए बगैर पर्याय नहीं बचा.
– अनिल रामटेके, पालक

* मुझे न्याय चाहिए
मेरी नीट की तैयारी चालू है. अभी भी उत्तरपत्रिका न मिलने से मानसीक परेशानी हो रही है. मुझे उचित न्याय मिलेगा क्या?
– आयुषी रामटेके, छात्रा

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