श्री शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय, अमरावती द्वारा राष्ट्रीय परिषद का आयोजन
पृथ्वी, मूलतत्व और ऊर्जा विषयों पर शोधकर्ता प्रस्तुत करेंगे

* विभिन्न पुरस्कारों से नव वैज्ञानिकों का सम्मान
अमरावती/दि.27 – पीएम-उषा, डीबीटी स्टार कॉलेज योजना के सहयोग से तथा संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय, अमरावती के प्रायोजन में, साथ ही अमरावती विश्वविद्यालय रसायनशास्त्र प्राध्यापक संघ, अमरावती विश्वविद्यालय भौतिकशास्त्र प्राध्यापक संघ और रसायनशास्त्र प्राध्यापक संघटना के संयुक्त सहयोग से पृथ्वी, मूलतत्व और ऊर्जा: अंतरशाखीय दृष्टिकोण-2025 यह दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद रसायनशास्त्र, भौतिकशास्त्र और भूविज्ञान विभागों के संयुक्त आयोजन द्वारा 28 और 29 नवंबर को श्री शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय, अमरावती में आयोजित किया जा रहा है.
हाल ही में श्री शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय, अमरावती को एनआईआरएफ राष्ट्रीय रैंकिंग में भारत भर में 93वां स्थान प्राप्त हुआ है तथा नैक, बेंगलुरु द्वारा ए-प्लस श्रेणी और 3.42 स्कोर के साथ मानांकन प्रदान किया गया है. इसी के फलस्वरूप कॉलेज और विद्यार्थियों की विशेष अध्ययन प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावी बनाने हेतु पीएम-उषा और डीबीटी स्टार कॉलेज राष्ट्रीय योजना के माध्यम से महत्त्वाकांक्षी परियोजनाएं प्राप्त हुई हैं. इन्हीं योजनाओं के माध्यम से इस राष्ट्रीय परिषद का आयोजन किया गया है.
इस परिषद का भव्य उद्घाटन समारोह दिलीप बाबू इंगोले, कोषाध्यक्ष, श्री शिवाजी शिक्षा संस्था, अमरावती की अध्यक्षता में प्रा. डॉ. शशांक म्हस्के, निदेशक, इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल साइंसेस, मराठवाड़ा कैंपस, जालना के शुभहस्ते शुक्रवार 28 नवंबर को प्रातः 10:30 बजे कॉलेज के नवीनीकृत अनंत सभागृह में आयोजित किया जाएगा. संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय के प्र-कुलगुरु प्रा. डॉ. महेंद्र ढोरे उद्घाटन समारोह के प्रमुख अतिथि होंगे. प्रा. डॉ. सुभाषचंद्र पान, रसायनशास्त्र विभाग, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी इस अवसर पर मान्यवर अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे.
दो दिनों तक चलने वाले इस परिषद में प्रसिद्ध वैज्ञानिक, शोधकर्ता, विषय विशेषज्ञ और नवोदित शोधार्थियों के बीच फलदायी चर्चा, सहयोग और ज्ञान-विनिमय की अपेक्षा है. मुख्य व्याख्यान, आमंत्रित अतिथियों के भाषण, तथा विशेषज्ञ वैज्ञानिकों के विशेष व्याख्यान इस सम्मेलन की मुख्य विशेषताएं होंगी. इस अवसर पर समाजोपयोगी, नवोन्मेषी और गुणवत्तापूर्ण शोध प्रस्तुत करने वाले नव वैज्ञानिकों को विशेषज्ञों के मूल्यांकन के अनुसार विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा. श्री शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय, अमरावती के प्राचार्य तथा आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. जी. वी. कोरपे, आयक्यूएसी समन्वयक डॉ. एस. पी. इंगोले, परिषद के संयोजक एवं रसायनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. पी. आर. मंडलिक, आयोजन सचिव एवं भौतिकशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज नागपुरे तथा भूगर्भशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. एम. एम. देशमुख ने सभी शोधकर्ताओं, प्राध्यापकों, उत्साही तथा अध्ययनशील विद्यार्थियों से बड़ी संख्या में सहभागी होने की अपील की है तथा ज्ञान के इस नवोन्मेषी पर्व का लाभ लेने का आग्रह किया है.





