दर्शन पलसकर हत्याकांड का नाभिक समाज ने किया निषेध
आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग

अकोट/ दि.5– कक्षा 9 वीं में पढनेवाले दर्शन वैभव पलसकर नामक बालक की सौतेले पिता द्बारा हत्या किए जाने के प्रकरण में नाभीक समाज की तरफ से तीव्र निषेध किया गया है. शिवाजी महाराज चौक पर सर्वदलीय निषेध सभा आयोजित की गई थी. इस सभा में और मोर्चे ने नाभीक समाज में समर्थ देकर इस घटना का निषेध करते हुए आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की है. दर्शन पलसकर नामक 13 वर्षीय बालक अकोट में शिक्षण के लिए अपनी मां और सौतेले पिता के साथ रहता था. गरीब परिस्थिति में पहले पति से दर्शन की मां को दो संताने हुई थी. दर्शन की मां ने दूसरा विवाह किया था. सौतेले पिता ने कुछ दिनों तक बच्चों को अच्छी तरह रखा. लेकिन भविष्य में दर्शन अपनी संपत्ति पर अधिकार दिखाएगा, ऐसा खत्रा निर्माण होने से वैभव पलसकर ने दर्शन को अगवा कर लिया और अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी. इस घटना से अकोट तहसील में हडकंप मच गया था. सौतेला पिता ही मुख्य सूत्रधार रहने का पता चलते ही सभी ने इस घटना की कडी निंदा की. शुक्रवार 4 जुलाई को स्थानीय शिवाजी महाराज चौक में निषेध मोर्चा निकाला गया. साथ ही सभा भी ली गई. निषेध मोर्चा संत सेना महाराज शैक्षणिक व सामाजिक संस्था के अध्यक्ष तथा नाभीक समाज के अध्यक्ष संजयभाई के नेतृत्व में निकाला गया. नाभीक समाज ने सर्वदलीय संगठना को भी समर्थन दिया. इस मोर्चे में समर्थन देनेवाले जिलाध्यक्ष संजय भट्टी, संतोष हिरपुरकर, राजेश डांगटे, अनिकेत अंबुलकर, नरेंद्र महासागर, संतोष चोंडेकर, गजानन शिंगणारे, सुरेश अंबुलकर , अनिल सावरकर, मनोज पलसकर व दर्शन के चाचा- चाची सहित रिश्तेदार शामील हुए थे.





