नेहरु मैदान के जागेंगे भाग्य, जल्द होगा कायाकल्प

मैदान को कायम रख चारों ओर बनाया जाएगा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स

* टाऊन हॉल व म्युझियम के साथ ही पार्किंग स्थल का भी होगा निर्माण
* एमएसआयडीसी द्वारा तैयार किया जाएगा नए निर्माण का प्रारुप
* पालकमंत्री बावनकुले ने दिए निर्देश, जल्द होगा प्रारुप का काम शुरु
अमरावती/दि.27 – शहर के बीचोबीच स्थित नेहरु मैदान विगत लंबे समय से दुरावस्था का शिकार है. किसी समय इस मैदान के एक हिस्से में टाऊन हॉल हुआ करता था, जहां पर विभिन्न तरह के आयोजन हुआ करते थे. साथ ही इसी मैदान पर ‘लाल डब्बा’ के नाम से मशहूर मनपा की स्कूल है. जो शहर के लिहाज से एक ऐतिहासिक इमारत है. जिसका उद्घाटन देशगौरव नेताजी सुभाषचंद्र बोस के हाथों हुआ था. इसके अलावा इसी मैदान के एक हिस्से में कस्तुरबा उद्यान है. जहां पर शहीद स्मृति स्तंभ स्थित है. इन सबके साथ ही नेहरु मैदान पर कई बडे-बडे नेताओं की जनसभाएं भी हुई है. जिसके चलते नेहरु मैदान का अपना एक महत्वपूर्ण इतिहास रहा है. लेकिन इन सबके बावजूद विगत लंबे समय से नेहरु मैदान सरकारी व प्रशासनिक अनदेखी व अनास्था के चलते उपेक्षित पडा रहने पर मजबूर रहा, परंतु अब नेहरु मैदान के भी ‘अच्छे दिन’ आनेवाले है. क्योंकि जल्द ही नेहरु मैदान का पूरी तरह से कायाकल्प होनेवाला है.
उल्लेखनीय है कि, गत रोज अमरावती के दौरे पर आए जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा मनपा मुख्यालय पहुंचकर मनपा प्रशासन के साथ विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा एवं बैठक की गई. जिसमें प्रमुख तौर पर नेहरु मैदान के कायाकल्प का विषय भी शामिल था. इस बैठक में जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मनपा प्रशासन को स्पष्ट दिशानिर्देश दिए कि, अमरावती शहर के लिहाज से ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व सामाजिक धरोहर रहनेवाले नेहरु मैदान और वहां पर स्थित इमारतों को संरक्षित करने हेतु आवश्यक कदम उठाए गए. साथ ही इसके लिए महाराष्ट्र स्टेट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एमएसईआरडीसी) की सहायता लेते हुए नेहरु मैदान का कायाकल्प किया जाए. इस समय मनपा प्रशासन ने एमएसईआरडीसी के साथ पहले ही संपर्क कर नेहरु मैदान को लेकर तैयार किए गए नियोजन का प्रारुप भी पालकमंत्री बावनकुले के सामने प्रस्तुत किया. जिसमें बताया गया कि, नेहरु मैदान को लेकर किए जानेवाले काम के तहत मौजूदा जगह पर खेलकूद के लिए मैदान कायम रहेगा. साथ ही शहर के लिहाज से ऐतिहासिक धरोहर रहनेवाली जगह पर एक म्युझियम साकार किया जाएगा. जहां पर स्कूल को दुबारा शुरु करने के बारे में भी विचार किया जा सकता है. इसके अलावा टाऊन हॉल वाली जगह पर सर्व सुविधायुक्त सांस्कृतिक भवन का निर्माण करते हुए मैदान के बाहरी ओर व्यापारिक संकुल साकार किया जाएगा. साथ ही मैदान के एक हिस्से पर वाहनों की पार्किंग हेतु वाहनतल भी साकार किया जाएगा, ताकि शहर के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में आनेवाले वाहनों के लिए शहर के बीचोबीच पार्किंग व्यवस्था उपलब्ध हो सके.
बता दें कि, फिलहाल नेहरु मैदान पर वाहनों की पूरा दिन बेतरकीब पार्किंग होती रहती है, साथ ही मैदान पर कई वाहन मैकेनिकों सहित घुमंतू समुदाय के लोगों द्वारा अपना डेरा लगाकर रखा गया है, इसके अलावा मैदान के एक हिस्से में बडे पैमाने पर कचरा व गंदगी जमा रहते है. जिसके चलते शहर के बीचोबीच स्थित यह मैदान आम जनता के लिहाज से किसी भी तरह के उपयोग में नहीं आ पाता. जबकि यदि इस मैदान को लेकर ढंग से नियोजन किया जाए, तो यह मैदान काफी हद तक बहुउपयोगी साबित हो सकता है.

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