घुमंतू समाज को अब कहीं भी राशन मिलेगा
जाति प्रमाणपत्र, ‘आधार’ समेत 15 मांगों पर फैसला

मुंबई /दि.16– भटक्या विमुक्त समाज को जाति प्रमाणपत्र, आधारकार्ड, राशन कार्ड सहित विविध प्रमाणपत्र देने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज महाराजस्व समाधान शिविर आयोजित करने का आदेश राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने दिया है.
बावनकुले ने राज्य में कहीं भी राशन की दुकानों से अनाज उपलब्ध कराने सहित इस समुदाय की लगभग 15 लंबित मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया. उन्होंने इन सभी निर्णयों को क्रियान्वित करने के निर्देश दिये. इस संदर्भ में मंत्रालय में आयोजित बैठक में भटक्याविमुक्त विकास परिषद के अध्यक्ष उद्धवराव काले और राज्य के घुमंतू समाज के पदाधिकारी उपस्थित थे.
* घुमंतू समुदाय के लिए सरकार द्वारा लिए गए निर्णय
– जाति प्रमाणपत्र घर मुलाकात के आधार पर जारी किया जाएगा.
– स्कूलों और कॉलेजों में मंडणगढ़ पैटर्न के अनुसार जाति प्रमाणपत्र.
– 1961 से पहले का जाति दस्तावेज़ न रहने वालों को सर्वेक्षण के आधार पर जाति प्रमाणपत्र.
– नायब तहसीलदार के माध्यम से आवारा लोगों के लिए पहचान पत्र.
– विभिन्न प्रमाणपत्र देने के लिए शिविर लगेंगे.
– आदतन अपराधी अधिनियम, 1952 को निरस्त करने का प्रस्ताव आधार कार्ड के लिए वैकल्पिक दस्तावेज प्रदान करेगा.
– अस्थायी राशन कार्ड देने की बजाय स्थायी राशन कार्ड देंगे.
– सरकारी या निजी भूमि पर स्थित घुमंतू समुदायों का सर्वेक्षण.
– अन्याय, अत्याचार निवारण एवं संरक्षण समिति की स्थापना की जायेगी.
– आवारा घूमने वालों के लिए पट्टे उपलब्ध करवाये जाएंगे.





