अमरावती में जल जन्य बीमारी का एक भी रोगी नहीं

महत्वाकांक्षी लक्ष्य प्राप्त किया

* 600 ग्रामों को सुरक्षित जलापूर्ति का ग्रीन कार्ड
अमरावती/ दि. 15- बडी उपलब्धि प्राप्त करते हुए अमरावती जिले ने वर्ष 2025 में जल जन्य बीमारी का जीरो आउट ब्रेक का महत्वाकांक्षी लक्ष्य प्राप्त किया है. पूरे वर्ष में जिले के किसी भी ग्राम, कस्बा, देहात अथवा अन्य बस्ती में पानी के कारण होनेवाली हैजा और अन्य बीमारियों का कोई केस दर्ज नहीं किया गया. विशेषकर वर्षाकाल में विभिन्न स्थानों के पानी के सैम्पल लिए गये थे. हाल ही में प्राप्त उन नमूनों की प्रयोगशाला रिपोर्ट में पानी साफ पाया गया.
2020 में ऐसा था हाल
2020 में मेलघाट क्षेत्र में जल जन्य बीमारियों का फैलाव देखा गया था. 521 लोगों को हैजे ने ग्रस कर कई लोगों की जान भी चली गई थी. ऐसे में जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य कृति कार्यक्रम बनाकर उस पर कडाई से क्रियान्वयन किया. मुख्य कार्यकारी अधिकारी और जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने भविष्य में ऐसी घटनाएं टालने के लिए 836 ग्राम पंचायतों में कृति कार्यक्रम चलाया. विशेषकर पानी की शुध्दता और स्वच्छता का सर्वे कर 600 से अधिक देहातों को ग्रीन कार्ड दिए गये.
जिले में महामारी रोकने के वास्ते 24 घंटे कार्यरत विशेष सेल तैयार किया गया. सभी तहसीलों में यह सेल तैनात किए गये. हेल्पलाइन नंबर के साथ त्वरीत प्रतिसाद दल भी रखे गये. प्रत्येक दो तहसीलों के लिए 7-7 नोडल अधिकारी मुकर्रर किए गये थे. जिससे भारी बारिश के बावजूद महिलाओं और बच्चों को विशेष रूप से स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की गई. स्वास्थ्य विभाग ने स्टाप डायरिया अभियान भी चलाया. आपसी तालमेल बढिया रहने से विभाग ने हैजा और अन्य जल जन्य बीमारियों पर अंकुश लगाया.

 

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