फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों की जांच हेतु अब शहर पुलिस की भी ‘एसआईटी’

सीपी चावरिया ने जारी किए आदेश, एसीपी को सौंपा जांच का जिम्मा

* दर्ज अपराधों सहित संदेहित मामलों की भी शहर पुलिस करेगी जांच
अमरावती/दि.15 – टीसी प्रमाणपत्र में कांटछाट करने के साथ ही फर्जी दस्तावेज जोडकर अमरावती तहसील कार्यालय के से विलंबित जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने को लेकर गाडगे नगर पुलिस थाने में दर्ज रहनेवाले अपराधिक मामलो सहित अन्य सभी संदेहित मामलों की सघन व गतिमान जांच करने के लिए शहर पुलिस आयुक्तालय स्तर पर स्पेशल इन्व्हेटीगेशन टीम यानि एसआईटी का गठन किया गया है. इसे लेकर शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने तीन दिन पहले ही एक आदेश जारी किया और अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त शिवाजी बचाटे को एसआईटी के प्रमुख पद की जिम्मेदारी सौंपी. इसके साथ ही नवगठित एसआईटी ने गाडगे नगर पुलिस थाने में 18 फरवरी को दर्ज अपराधिक मामलो सहित कुल 54 संदेहित मामलो की जांच-पडताल करनी शुरु की. एसीपी शिवाजी बचाटे के नेतृत्व में गठित की गई इस एसआईटी में आर्थिक अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बाबाराव अवचार तथा गाडगे नगर के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अतुल वर व पुलिस निरीक्षक समाधान वाठोरे सहित पीएसआई रोकडे व कुछ पुलिस कर्मियों का समावेश है.
बता दें कि, भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया द्वारा अमरावती सहित अंजनगांव सुर्जी व अचलपुर के तहसील कार्यालयों से जारी किए गए जन्म प्रमाणपत्रों में बडे पैमाने पर फर्जी जन्म प्रमाणपत्र रहने का आरोप लगाया गया था. जिसके बाद अचलपुर व अंजनगांव सुर्जी में दर्ज तीन मामलो की सेंट्रलाइज जांच करने हेतु ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने 26 अगस्त को ही एसआईटी का गठन किया था. वहीं अब गाडगे नगर थाने में विगत 18 फरवरी को 6 लोगों के खिलाफ फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के मामले में दर्ज अपराधों की जांच करने हेतु शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने भी तीन दिन पहले आदेश जारी कर एसआईटी का गठन किया है. ज्ञात रहे कि, पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने पांच दिन पहले ही अमरावती आकर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया से इस बारे में चर्चा की थी और गाडगे नगर पुलिस द्वारा इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर नाराजगी भी जताई थी. ऐसे में विगत 7 माह के दौरान इस मामले में अपेक्षित प्रगति नहीं होने की बात को ध्यान में रखते हुए शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया द्वारा मामले की जांच का जिम्मा एसआईटी को सौंपने का निर्णय लिया गया.
जानकारी के मुताबिक अमरावती तहसील कार्यालय द्वारा 54 संदेहास्पद जन्म प्रमाणपत्रों से संबंधित दस्तावेज एसआईटी को उपलब्ध करा दिए गए ैहै. जिसके आधार पर अब एसआईटी द्वारा इस बात की जांच-पडताल की जा रही है कि, संबंधित आवेदकों ने इन दस्तावेजों को कहां से व कैसे हासिल किया था. एसआईटी को इस मामले की सघन जांच जल्द से जल्द पूरी कर अदालत में चार्जशीट भी प्रस्तुत करनी है.
* गाडगे नगर में 6 लोगों के खिलाफ मामला हुआ था दर्ज
अमरावती तहसील कार्यालय की महिला नायब तहसीलदार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर गाडगे नगर पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ दस्तावेजों में कांटछाट करते हुए गलत तरीके से जन्म प्रमाणपत्र हासिल किए जाने को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके आधार पर गाडगे नगर पुलिस ने 18 फरवरी को संबंधितों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरु की थी. परंतु 7 माह का समय बीत जाने के बावजूद गाडगे नगर पुलिस की जांच में कोई विशेष प्रगति नहीं हुई. जिसे लेकर भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने पांच दिन पहले ही पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया से मुलाकात कर गाडगे नगर पुलिस के कामकाज को लेकर नाराजगी जताई थी. जिसके बाद अब इस मामले की जांच को गति देने हेतु सीपी अरविंद चावरिया ने एसआईटी का गठन किया है.
* सघन जांच हेतु नियुक्त एसआईटी का काम शुरु
फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामलों की सघन जांच जल्द से जल्द पूरी हो, इस बात के मद्देनजर एसआईटी की स्थापना की गई है तथा एसीपी बचाटे को इस एसआईटी का प्रमुख नियुक्त किया गया है. जिनके नेतृत्व में एसआईटी द्वारा जांच-पडताल का काम तेज गति के साथ शुरु कर दिया गया है.
* 54 मामलो की होगी जांच
शहर पुलिस आयुक्तालय में दर्ज एक मामले सहित अन्य सभी संदेहित मामलों की जांच हेतु सीपी अरविंद चावरिया द्वारा गठित एसआईटी ने अपने काम की शुरुआत में ही लगभग 54 संदेहास्पद मामलों को जांच हेतु अपने हाथ में लिया है. सूत्रों के मुताबिक जैसे ही जांच आगे बढेगी, तो ऐसे मामलों की संख्या में भी वृद्धि होने की पूरी संभावना है.
* जांच के तेज होते ही धडाधड मिटिंग
विगत तीन दिनों से पूरी एसआईटी गाडगे नगर पुलिस थाने में ठिया लगाए बैठी है और इस विशेष जांच पथक ने हजारों दस्तावेजों को खंगालते हुए पडताल करनी शुरु की है. जांच के दौरान जिन जन्म प्रमाणपत्रों के साथ जोडे गए दस्तावेजों के संदेहास्पद या फर्जी रहने को लेकर संदेह हो रहा, तो उसकी पडताल करने के लिए तहसील कार्यालय व मनपा सहित संबंधित विभाग के साथ पत्रव्यवहार किया जाएगा.
– खास बात यह है कि, खुद पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया द्वारा इस पूरे मामले पर व्यक्तिगत रुप से ध्यान दिया जा रहा है. जिसके चलते कल रविवार को ही सीपी अरविंद चावरिया ने एसआईटी प्रमुख एवं अधिनस्थ यंत्रणा से जांच के बारे में जानकारी हासिल की और आवश्यक निर्देश दिए. जानकारी के मुताबिक यह समिक्षा बैठक करीब दो घंटे तक चली. वहीं दूसरी ओर एसआईटी में शामिल अधिकारियों द्वारा भी गाडगे नगर पुलिस स्टेशन के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ लगातार चर्चा व बैठक की जा रही है.
* ऐसे है दर्ज अपराध?
फर्जी दस्तावेज जोडकर नियमबाह्य तरीके से जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने के मामले में गाडगे नगर पुलिस ने नायब तहसीलदार की शिकायत के आधार पर एक महिला सहित 6 लोगों के खिलाफ जालसाजी का अपराध दर्ज किया है. नामजद किए गए लोगों में आरिफ रहमान खान (चपराशीपुरा), रहीम खान नियामत खान (बडनेरा), सैयद युसूफ अली सैयद कादर (मोमीनपुरा, बडनेरा), मोहम्मद निजमुद्दीन मोहम्मद हनिफ मुल्ला (बडनेरा) व जमील खान कलिम खान (नमूना) सहित एक महिला का समावेश है. इन सभी 6 लोगों द्वारा विलंबित जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने हेतु किए गए आवेदन के साथ जोडे गए शाला छोडने के प्रमाणपत्र में कांटछाट करने एवं फर्जी दस्तावेज जोडने की बात ध्यान में आई थी. इससे संबंधित रिपोर्ट अमरावती तहसील कार्यालय को पेश की गई थी. जिसके आधार पर गाडगे नगर पुलिस थाने में संबंधितों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी.

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