अब जिले की सभी पाठशालाओं से विद्यार्थीयोको दी जाएगी पर्यावरण रक्षा की शपथ
पर्यावरण मित्र क्षमता के प्रयासों को मिली बड़ी सफलता

* जिलाधिकारी ने दिए सभी शिक्षाधिकारियों को क्रियान्वित करने के आदेश
अमरावती /दि.16-अमरावती स्थित पर्यावरण संरक्षण के लिए सदैव विभिन्न तरीकों से प्रयास करने वाली, तो कभी आकाशवाणी से बच्चों को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने के साथ ही कभी वारकारियों को सीड्स बॉल बनाकर नि:शुल्क वितरित करने के साथ कभी रद्दी अखबारों से कागज़ की थैलियां बनाकर प्लास्टिक मुक्ति का संदेश व वायु प्रदूषण जल प्रदूषण जैसे विषयों पर प्रभावी कार्य के साथ ही प्रति वर्ष पौधारोपण एवं संवर्धन जिसका अति पसंदीदा कार्य है, ऐसी प्रतिभा संपन्न कक्षा दसवीं की छात्रा क्षमता संतोष ठाकुर ने पिछले महीने 27 जून को महाराष्ट्र राज्य के राजस्व मंत्री तथा अमरावती एवं नागपुर जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को स्वलिखित पर्यावरण रक्षा की शपथ के साथ निवेदन सौंपा था.
ज्ञापन में कहा था कि कक्षा पहिली से लेकर 12 वीं तक जिले की सभी स्कूलों में इस 75 से 80 शब्दों की पर्यावरण रक्षा की शपथ को अनिवार्य किया जाए. इस शपथ को लेने के लिए पहले शिक्षक और बाद में विद्यार्थी इस तरह से लगभग 2 मिनट का समय लगता है. काल की तरह विकराल स्वरूप धारण कर बिल्कुल सामने से आ रहे ग्लोबल वार्मिंग के भयावह प्रभाव को देखते हुए यह बेहद जरूरी हो जाता है कि प्रत्येक विद्यार्थी में, प्रत्येक नागरिक में पर्यावरण संरक्षण को लेकर व्यक्तिगत जिम्मेदारी का भाव उत्पन्न हो. बाल्यावस्था से ही यदि शालाओं के माध्यम से कोमल मन पर इन सारी बातों व विषयों का बीज डाला जाए तो युवावस्था में निश्चित ही उसका प्रभाव बना रहेगा. विद्यार्थी जीवन में शिक्षकों द्वारा ही मूल्य अमृत देकर उम्दा व्यक्तित्व का निर्माण करना सहज संभव है. जिलाधिकारी कार्यालय में शुक्रवार 11 जून को सभी अधिकारियों की उपस्थिति में पर्यावरण एवं अन्य विषय पर बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें निवेदक कु.क्षमता को भी सुबह 10:00 बजे निमंत्रित किया गया था. क्षमता ठाकूर का स्कूल का समय रहने के कारण उसके पिता संतोष ठाकुर प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित रहे. राजस्व सभागृह में आयोजित बैठक में क्षमता की इच्छा अनुसार उपस्थित सभी अधिकारियों को पर्यावरण रक्षा की शपथ पिता संतोष ठाकुर के द्वारा मोबाइल से माइक पर सुनाई गई. सभी अधिकारियों ने इसे सुनकर सराहना की साथ ही जिला अधिकारी द्वारा सभी शिक्षा अधिकारियों को तथा संबंधित विभाग को यह बताया गया कि पर्यावरण रक्षा की यह शपथ विद्यार्थियों के लिए बेहद जरूरी है, सुझावों पर तत्काल अमल किए जाने के निर्देश इस वक्त बैठक में दिए गए.
विगत कुछ वर्षों से क्षमता ने खुद पर्यावरण में सुधार के लिए चलाएं अपने अभियानों पर आधारित यह शपथ लिखी है. जिले में महानगरपालिका, जिला परिषद और निजी ऐसी कुल मिलाकर 2,861 पाठशालाएं हैं जहां लगभग 5 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं. जो प्रार्थना में इस शपथ को अब नियमित लेंगे. भविष्य में नागपुर जिला और आगे संपूर्ण महाराष्ट्र में अनिवार्य हो इस दिशा में हम प्रयासरत रहेंगे ऐसा क्षमता ने स्पष्ट किया. साथ ही पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले एवं जिला प्रशासन का धन्यवाद व्यक्त किया. बैठक में प्रमुखता से जिलाधिकारी आशीष येरेकर, निवासी उपजिल्हाधिकारी अनिल भटकर, उपजिलाधिकारी विवेक जाधव, तहसीलदार विजय लोखंडे, शिक्षणाधिकारी (माध्यमिक) प्रिया देशमुख, शिक्षणाधिकारी (प्राथमिक) सतीश मुगल आदि उपस्थित थे.





