डॉक्टर्स डे पर चिकित्सकों ने कही मन की बात
दूसरे भगवान कहलाते हैं

* डॉक्टर तथा मरीज एक दूसरे के पूरक
* निष्ठा से करते हैं रोगी को स्वस्थ करने का प्रयत्न
अमरावती/ दि.1 – 1 जुलाई का दिन बडा ही महत्वपूर्ण होता है. विदर्भ में बरसों से जून के अंतिम सप्ताह में नया शिक्षा सत्र आज ही के दिन से विधिवत शुरू होता. उसी प्रकार डॉक्टर्स डे और सीए डे भी आज ही के दिन मनाने की दशकों की परंपरा चली आ रही है. ऐसे में अमरावती मंडल ने शहर के प्रमुख चिकित्सकों से बात कि तो उन्होंने कहा कि, डॉक्टर्स को लोग दूसरा भगवान मानते हैं. अत: सभी चिकित्सकों को अपना काम अधिक जिम्मेदारी और खूबी से करना चाहिए ताकि सभी चिकित्सकों का समाज में मान बढे. लोग डॉक्टर्स को विपदा की घडी में ही याद करते हैं. अत: डॉक्टर्स को भी अपना काम बखूबी करना चाहिए. निष्ठा से काम करते हुए प्रत्येक चिकित्सक उसके पास आए मरीज को चंगा करने अथवा कठीन बेला में नया जीवन देने का प्रयत्न करते हैैं.

* समाज करता है बडा सम्मान
शहर के प्रसिध्द डॉ. प्रफुल्ल कडू ने कहा कि चिकित्सक शपथ पूर्वक इस क्षेत्र को चुनते हैं. ऐसे में उनका दायित्व बढ जाता है. उनका काम है कि उनके पास आए रोगी को जल्द से जल्द उचित उपचार प्रदान करें. उसे तंदूरूस्त करें. जो डॉक्टर्स अपना काम बेहतर और खूबी से करते हैं. उन्हें समाज से सम्मान के साथ साथ रोगी और उनके परिजनों की तरफ से अनमोल आशीवर्चन मिलते हैं. डॉ. प्रफुल्ल कडू ने कहा कि, जो भी मरीज ठीक होते हैं, उनके मन में अपने चिकित्सक के प्रति सदैव आदरभाव रहता है. जहां भी मिले मरीज या उनके परिचित चिकित्सकों का बराबर मान सम्मान करते हैं.

* स्वास्थ्य के प्रति रहें सावधान
शहर के प्रसिध्द ऑर्थोपेडीक सर्जन डॉ. श्याम राठी ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में आज विभिन्न बीमारियों का उपचार उपलब्ध है. फिर भी हर किसी को अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान, सतर्क रहना चाहिए. रिम्स अस्पताल के निदेशक डॉ. राठी ने कहा कि डॉक्टर्स डे मनाना इसलिए भी आवश्यक है कि डॉक्टर्स अपना काम समर्पण से करते हैं. रात और दिन का समय देखा नहीं जाता. कई बार तो मरीज के राहत पाने तक देर रात्रि तक जागरण भी चिकित्सकों को करना पडता है. सह कार्य सेवा से जुडा है. ऐसे में कोई देर सबेर हो जाती है तो चिकित्सक नाहक कोपभाजन बनते हैं. डॉक्टर राठी ने हाल ही के एक सडक हादसे का उदाहरण दिया. उन्होंने बताया कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए अस्पताल के चिकित्सकों ने प्राणपण से कार्य किया. जब मरीज की हालत ठीक होने लगी तो उनके रिश्तेदारों से अधिक भला इलाज कर रहे चिकित्सकों को लगा.

* अमरावती को सेहतमंद बनाना है
डॉ. सिकंदर आडवाणी ने कहा कि डॉक्टर के लिए आज का दिन बडा है. आज का दिन हमारा अपना है, जब कोई कहता है कि आज डॉक्टर्स डे है तो बहुत अच्छा लगता है. आज के दिन के लिए मैं सभी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं. डॉक्टर पर भरोंसा रखना बहुत जरूरी है, यह भरोसा ही तो है, जो हमारे हौसले को मजबूत करता है और हम लगातार बेहतर करने की ताकत देता है. डॉक्टर सिर्फ इलाज नहीं करते वे आपकी मुस्कुराहट को लौटाने की कोशिश करता है. मुश्किल समय में हिम्मत न हारें. डॉक्टर के इलाज पर भरोसा रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि अमरावती को हम सबको मिलकर सेहतमंद बनाना है. इसके लिए नाना विध उपाय चल रहे हैं. कार्यक्रम चल रहे हैं. अमरावती के लोगों को पहल करनी होगी. इन कार्यक्रमों में उपस्थित रहना होगा, जुडना होगा, डॉक्टर्स पर रखा गया विश्वास उसके प्रयासों को सफल करता है. डॉक्टर्स भी कॉन्फीडंट होते हैं.

*रेग्यूलर चेकअप से रहें तंदूरूस्त
शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. हरीश बाहेती ने कहा कि डॉक्टर्स डे पर वे शहरवासियों को सबसे पहले यही संदेश देना चाहते हैें कि खान पान हिसाब से करें. नींद पूरी लीजिए. रेग्यूलर चेकअप करवाते रहें. उसी प्रकार रोज एक्सरसाइज करें. तनावमुक्त रहें, व्यसनमुक्त रहें. डॉ. बाहेती ने कहा कि , नए युवा चिकित्सकों से वे यही कहना चाहते हैं कि अपने काम पर ध्यान दें . आए हुए रोगी को बेहतरीन सेवा दें. डॉ. बाहेती ने कहा कि मन में कोई बात रखना ठीक नहीं. यह भले चंगे डॉक्टर को भी मरीज बना देता है.

* डॉक्टर को न दें दोष
प्रसिध्द चिकित्सक डॉ. संगीता कडू ने कहा कि डॉक्टर्स डे मनाने के पीछे का इरादा डॉक्टर्स के प्रति आभार व्यक्त करना है. ऐसे में कहना चाहती हूं कि, डॉक्टर्स उसके पास आए रोगी को चंगा करने का प्रयत्न करते हैं. कई बार मरीज की हालत चिंताजनक हो जाती है. ऐसे में चिकित्सक अपनी पूर्ण प्रतिभा लगा देते हैं. इसके बाद भी मरीज को बचाया न जा सका तो डॉक्टर्स को दोष देना गलत है. आज के दौर में इस तरह की घटनाएं काफी देखने में आयी कि, मरीज की मृत्यु के बाद चिकित्सक को कसूरवार ठहराया जाता है. उस पर हमला किया जाता है. यह सर्वथा गलत बात है. सभ्य समाज में ऐसी बात को कोई स्थान नहीं दिया जा सकता. डॉक्टर्स डे मनाते हुए एक दुसरे को हम यही शुभकामना दें कि आपस में सम्मानपूर्वक व्यवहार करें.

* सरकारी अस्पताल में भी करवा सकते हैं उपचार
शहर के प्रसिध्द डॉ. पवन ककरानिया ने कहा कि मौसम के हिसाब से सावधानी बरतकर हमें अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए. उन्होने कहा कि डॉक्टर डे पर वे अमरावती के लोगों से यही कहना चाहते हैं कि जिस डॉक्टर के पास उपचार के लिए जाए तो यहीं ध्यान रखे कि वह डॉक्टर हमें चंगा कर देंगे. डॉ. ककरानिया ने यह भी कहा कि आज महंगाई का दौर है. ऐसे में चिकित्सा क्षेत्र भी अछूता नहीं हैं. इसलिए जो लोग प्राइवेट अस्पताल का खर्च वह नहीं कर सकते वे सरकारी अस्पताल में भी उपचार करवा सकते हैें. डॉक्टर चाहते हैं कि रोगी ठीक हो जाए. उसे दवाएं और उपचार ऐसा ही लिखकर देते हैं. फिर भी कई रोगी जल्दी ठीक नहीें हो पाते तो इसके अलग अलग कारण रह सकते हैं.





