शिक्षा बोर्ड में एक दिवसीय रजा आंदोलन
8 अगस्त से बेमुदत हडताल की चेतावनी

* शालार्थ घोटाले की जांच तक नहीं करेंगे हस्ताक्षर
अमरावती/ दि. 1- नागपुर के चर्चित शालार्थ आयडी घोटाले में एक के बाद अधिकारियों की गिरफ्तारी को देखते हुए एसआयटी जांच पूरी होने तक वेतन बिलों पर हस्ताक्षर नहीं करने का ऐलान करते हुए शिक्षा बोर्ड के अधिकारी और कर्मचारियों ने शुक्रवार को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश आंदोलन किया. अमरावती में आंदोलन का नेतृत्व अनिल साबले और नीलिमा टाके गुल्हाने ने किया. अधिकारियों ने शीघ्र उनकी मांगों पर लिखित आश्वासन नहीं मिला तो 8 अगस्त से बेमियादी हडताल पर जाने की चेतावनी शासन को दी है.
अखिल महाराष्ट्र शिक्षण सेवा राजपत्रित अधिकारी संघ के आंदोलन में जयश्री राउत, प्रिया देशमुख, सतीश मुगल, निखिल मानकर, बुध्दभूषण सोनोने, धनंजय वानखडे, सुनील खडे, प्रदीप कालबांडे, संगीता सालुंके, संदीप बोडखे, प्रवीण खांडेकर, रामेश्वर मालवे, संतोष घुगे, नरेन्द्र गायकवाड, सुनीता साबले, विशाल संकपाल, विलास बाबरे, गंगाधर मोहने, वकार खान, अतुल वानखडे, संगीता सोनोने, सुरेश वाघमारे, भोंगाडे, एस. एस. आदि अनेक ने भाग लिया.
संंघ की ओर से विभागीय आयुक्त और जिलाधीश को निवेदन सौंपे गये. जिसमें मुख्य रूप से दो मांगे रखी गई. अधिकारी संघ ने स्पष्ट कर दिया कि शालार्थ आयडी घोटाले की एसआयटी जांच पूर्ण होने तक अध्यापक या शिक्षकेत्तर वेतन बिलों पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे. उसी प्रकार अतिरिक्त वीसी तथा छुट्टी के दिन अतिरिक्त कामकाज का भार कम किया जाए.





