‘घन कचरा प्रबंधन’ विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला

शैक्षणिक और धार्मिक संस्थाओं के लिए आयोजन

* मनपा और स्वच्छता नॉलेज पार्टनर फीडबैक फाउंडेशन का उपक्रम
अमरावती/दि.2 – स्वच्छ भारत मिशन 2.0 अंतर्गत क्षमता निर्माण कार्यक्रम के अंतर्गत, अमरावती महानगरपालिका एवं स्वच्छता नॉलेज पार्टनर फीडबैक फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में, निजी स्कूलों, महाविद्यालयों तथा धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के लिए ‘घन कचरा प्रबंधन’ (सॉलीड वेस्ट मैनेजमेंट) विषय पर एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन होटल विरसा, बडनेरा रोड, अमरावती में किया गया.
इस कार्यशाला का उद्देश्य, ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 (संशोधित 2024) के अंतर्गत बल्क वेस्ट जनरेटर्स के रूप में पहचानी जाने वाली संस्थाओं को स्वच्छता संबंधी जिम्मेदारियाँ समझाना, तथा गीले और सूखे कचरे का वर्गीकरण, स्थल पर प्रक्रिया करना और कंपोस्ट बनाने के प्रभावी उपायों की तकनीकी जानकारी देना था. कार्यक्रम की शुरुआत अतिरिक्त आयुक्त शिल्पा नाईक एवं मनपा शिक्षाधिकारी प्रकाश मेश्राम द्वारा दीप प्रज्वलन कर की गई. इस अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक व धार्मिक संस्थाओं के अध्यक्ष, सचिव, प्रतिनिधि, मुख्याध्यापक व शिक्षक वर्ग बडी संख्या में उपस्थित थे.
अतिरिक्त आयुक्त शिल्पा नाईक ने अपने मार्गदर्शन पर भाषण में कहा कि संस्थाओं को अपने परिसरों को स्वच्छ रखने के लिए सक्रिय भागीदारी करना आवश्यक है, और स्वच्छ भारत अभियान में इन संस्थाओं का योगदान अत्यंत मूल्यवान है. उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में शहर की प्रदर्शन में सुधार हेतु सभी संस्थाओं को शून्य कचरा परिसर (जिरो वेस्ट कैम्पस) की दिशा में प्रयास करना आवश्यक है. शिक्षाधिकारी प्रकाश मेश्राम ने अपने भाषण में कहा कि स्कूलों में विद्यार्थियों के बीच स्वच्छता संबंधी सकारात्मक व्यवहार को विकसित करने हेतु शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है. तकनीकी सत्र में फीडबैक फाउंडेशन की ज्योति प्रकाश एवं डॉ. हरभजन सिंह ने उपस्थित प्रतिनिधियों को विभिन्न प्रकार के कचरे और उसकी संरचना, वेस्ट ऑडिट की प्रक्रिया, गीले व सूखे कचरे के वर्गीकरण के सिद्धांत एवं पद्धतियाँ, संस्थान परिसर में कंपोस्ट बनाने की तकनीक तथा एसडब्ल्यूएम नियमों के अनुसार बल्क वेस्ट जनरेटर के रूप में कानूनी जिम्मेदारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. संपूर्ण प्रशिक्षण सत्र संवादात्मक पद्धति से संपन्न हुआ. सहभागी संस्थाओं ने कार्यान्वयन के दौरान आने वाली कठिनाइयों, शंकाओं और उनके समाधान पर चर्चा कर संतोषजनक उत्तर प्राप्त किए.
इस कार्यशाला के आयोजन हेतु अमरावती महानगरपालिका की ओर से स्वच्छ भारत अभियान की शहर समन्वयक श्वेता बोके एवं स्वास्थ्य निरीक्षक प्रसाद कुलकर्णी ने विशेष समन्वय किया, वहीं फीडबैक फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से इंद्रपाल, राहुल एवं मयूर ने तकनीकी सत्रों में सक्रिय सहभागिता निभाई. आयोजकों ने विश्वास व्यक्त किया कि यह कार्यशाला संस्थाओं के लिए केवल तकनीकी जानकारी तक सीमित न रहकर, उनकी कार्यप्रणाली में सकारात्मक परिवर्तन लानेवाली सिद्ध होगी. वहीं सभी शैक्षणिक प्रतिनिधियों ने ‘आनंददायी शनिवार’ उपक्रम के अंतर्गत स्वयं अपने विद्यालय स्तर पर ऐसे उपक्रम चलाने के प्रति अपनी भावना व्यक्त की.

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