एक दिन की बारिश से चहुंओर हाहाकार

मोर्शी में डेढ घंटे मूसलाधार, नदी-नालों में आई बाढ

* बुलढाणा में ट्रक गिरा उतावली नदी में, चालक लापता
* जिले में 11.6 व संभाग में 13.8 मिमी पानी बरसा
अमरावती/दि.23 – विगत सोमवार की आधी रात पश्चात शुरु हुई बारिश कल मंगलवार को लगभग पूरा दिन चलती रही. इस दौरान अमरावती शहर व जिले सहित समूचे संभाग में चहुंओर झमाझम पानी बरसा और एक लंबे ब्रेक के बाद हुई इस बारिश ने जिले सहित संभाग में अच्छा-खासा हाहाकार भी मचाया. अमरावती जिले की मोर्शी तहसील में लगातार डेढ घंटे तक मूसलाधार बारिश होने के चलते क्षेत्र के नदी-नाले पूरे उफान पर बहने लगे तथा मोर्शी में हर ओर जलजमाव वाली स्थिति बन गई. साथ ही साथ रिहायशी घरों सहित खेत-खलिहानों में बाढ व बारिश का पानी जा घुसा. इसके अलावा जहां गत रोज अकोला जिले में पिता-पुत्र की जोडी नाले में आई बाढ के पानी में बह गई थी. वहीं आज बुलढाणा जिले में सिलेंडर लदा एक ट्रक उतावली नदी पर बने पुल को पार करते समय पानी तेज बहाव में बह गया. ट्रक चालक का अब तक कोई अतापता नहीं चल पाया है.
बता दें कि, गत रोज मोर्शी तहसील में डेढ से दो घंटे तक जमकर मूसलाधार बारिश हुई. जिसके चलते मोर्शी शहर सहित तहसील में आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया. चूंकि कल मंगलवार को मोर्शी में साप्ताहिक बाजार का दिन था. ऐसे में अकस्मात ही शुरु हुई बारिश के चलते भागदौड वाला आलम बन गया. साथ ही तहसील के कई गांवों के नदी-नालो में बाढ आ जाने की वजह से बाढ का पानी खेत-खलिहानों व घरों में जा घुसा. साथ ही साथ मोर्शी शहर की सडके भी पूरी तरह से जलमग्न हो गई थी. हालांकि, इस अनपेक्षित बारिश के चलते तहसील के किसान काफी राहत महसूस कर रहे हैं. क्योंकि इस बारिश की वजह से संतरे, मौसंबी व नीबू की कलमों को नवसंजीवनी मिल गई है.
वहीं दूसरी ओर बुलढाना जिले में बीते दिन हुई मूसलाधार बारिश के चलते उतावली नदी में एक गैस सिलेंडर से लदा ट्रक पुल से नीचे गिर गया. इस दुर्घटना में ट्रक चालक लापता हो गया है और उसका पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी है. बुलढाना जिले में भारी वर्षा से कई तहसीलो में नदी-नाले उफान पर आ गए हैं और इसी क्रम में मेहकर तहसील से होकर बहने वाली उतावली नदी भी पूरे वेग से बह रही है. गत रोज मालेगांव की ओर जा रहा गैस सिलेंडर से लदा एक ट्रक जब उतावली नदी पर बने पुल को पार कर रहा था, तभी चालक ने नियंत्रण खो दिया और ट्रक पुल से नीचे नदी में जा गिरा. बताया जा रहा है कि ट्रक चालक पानी के तेज बहाव में बह गया. आज सुबह तक भी उसका कोई पता नहीं चल पाया है. प्रशासन ने एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और आपात बचाव दल की सहायता से खोज अभियान शुरू कर दिया है. घटनास्थल पर स्थानीय नागरिकों की भारी भीड़ जमा हो गई है. प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने की अपील की है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि चालक ट्रक में ही फंसा था या बाहर निकलने में सफल रहा.
* शहर सहित जिले में 13 दिन बाद बारिश ने लगाई हाजिरी
अमरावती शहर सहित जिले के अधिकांश हिस्सो में करीब 13 दिनों के ब्रेक के बाद कल मंगलवार 22 जुलाई को हलके व मध्यम स्तर की बारिश ने हाजिरी लगाई. जिससे सर्वसामान्य सहित किसानों को काफी हद तक राहत मिली है. क्योंकि बारिश पर ब्रेक लग जाने के चलते फसलों के सूख जाने और दुबारा बुआई की नौबत आने का खतरा पैदा हो गया था. लेकिन अब जिले के अधिकांश इलाको में बारिश होने के चलते जमीन में काफी हद तक नमी पैदा हो गई है और हवा में भी ठंडक बन गई है. जिससे शहर सहित जिले में मौसम काफी आल्हाददायक हो चला है.
* जिले में 24 घंटे दौरान बरसा 11.6 मिमी पानी
इस संदर्भ में जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक विगत 24 घंटे के दौरान अमरावती जिले में औसत 11.6 मिमी पानी बरसा. जिसमें से सर्वाधिक 45.8 मिमी बारिश मोर्शी तहसील क्षेत्र में ही दर्ज की गई. जिसके चलते मोर्शी में अतिवृष्टि वाले हालात रहे. इसके साथ ही धामणगांव रेलवे में 19.5, तिवसा में 17.6, चांदुर रेलवे में 15.7, वरुड में 14 व चिखलदरा में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई. जबकि अमरावती में 9.5, धारणी में 4.4, भातकुली में 3.6, नांदगांव खंडे. में 4.3, दर्यापुर में 7.4, अंजनगांव में 3.2, अचलपुर में 1.6 व चांदुर बाजार में 4.1 मिमी पानी बरसा. जिले में जून से लेकर अब तक 148.9 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है. जो अब तक अपेक्षित वर्षा का 72.4 फीसद है. वहीं यही वार्षिक अपेक्षित बारिश की तुलना में 29.6 फीसद ही है. वहीं अमरावती संभाग के पांचों जिलो में जून से लेकर अब तक 147.2 मिमी बारिश हो चुकी है. जो सामान्य व अपेक्षित की तुलना में 82.8 फीसद है. वहीं सालाना औसत अपेक्षित बारिश की तुलना में 40.8 फीसद है.

* पूरे महाराष्ट्र के लिए अगले 24 घंटे ‘खतरनाक’
विदर्भ क्षेत्र के साथ ही मौसम विभाग ने समूचे महाराष्ट्र में अगले 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश होने का अंदाजा व्यक्त करते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक मुंबई, ठाणे, कोंकण के तटीय क्षेत्र एवं पश्चिम महाराष्ट्र में जोरदार बारिश हो सकती है. साथ ही मुंबई के समुद्री क्षेत्र में उंची लहरे उठने की संभावना भी जताई गई है. इस समय विदर्भ सहित मुंबई, नवी मुंबई व कोंकण के तटीय क्षेत्र में बारिश का हाहाकार देखा जा रहा है तथा हर ओर बाढसदृष्य स्थिति बनी हुई है. वहीं अब मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए राज्य के कई जिलो हेतु ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए मूसलाधार बारिश होने का अनुमान जताया है.

* मुंबई में सततधार, विदर्भ में अतिवृष्टि
राज्य में इस समय भी चहुंओर जोरदार बारिश हो रही है. मुंबई व उपनगरीय क्षेत्रों में सततधार बारिश होने के साथ ही विदर्भ क्षेत्र में अतिवृष्टि वाले हालात है. जिसके चलते कई जिलो में बाढसदृष्य स्थिति पैदा हो गई है और नदी-नालो में आई बाढ के चलते कई रास्ते बंद हो गए है तथा कई गांवों का आपसी संपर्क टूट गया है. इसके साथ ही कई स्थानों पर जीवित व वित्तहानि होने के समाचार भी सामने आए है. पश्चिम विदर्भ के अकोला, बुलढाणा व वाशिम जिलो में मंगलवार को सुबह से शुरु हुई जबरदस्त बारिश अगले चार-पांच घंटों तक लगातार जारी रही. जिससे नदी-नाले उफान पर आकर बहने लगे और हजारो हेक्टेअर क्षेत्र में फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. साथ ही कई कच्चे-पक्के मकानों को भी नुकसान पहुंचने की खबरे सामने आई है. सबसे चिंताजनक बात यह है कि, विश्व प्रसिद्ध लोणार सरोवर परिसर में स्थित देऊलगांव-कुंडपाल लघु सिंचन प्रकल्प भारी बारिश के चलते अचानक ही शत-प्रतिशत भरकर ओवरफ्लो हो गया है और जबरदस्त बारिश के चलते प्रकल्प की दीवार के बीचोबीच पत्थर की पिचिंग में एक बडी दरार पड गई है. जिसमें से बडे पैमाने में जल विसर्ग शुरु हो गया है और बांध के लिए खतरा पैदा हो गया है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि, यह बांध कभी भी फूट सकता है.

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