घुमने गए दो दोस्तों में से युवा डॉक्टर की दुर्घटना में मौत

बुलढाणा जिले के चिखली-छत्रपति संभाजी नगर महामार्ग के बेराला फाटा की घटना

बुलढाणा/दि.5 – बुलढाणा के चिखली से छत्रपति संभाजीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेराला फाटा के पास एक भीषण दुर्घटना हुई है. बेराला फाटा के पास एक बेहद खतरनाक मोड़ पर वाहन पर नियंत्रण खो देने के कारण हुई भीषण दुर्घटना में मेहकर निवासी एक युवा डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई. युवा डॉक्टर का नाम ऋषिकेश काटे (35) है. इससे चिकित्सा और सामाजिक क्षेत्र में शोक व्याप्त है.
जानकारी के मुताबिक डॉ. ऋषिकेश काटे अपने दरेगांव के सहकर्मी वैभव जाधव के साथ अपनी कार में चिखली से मेरामार्ग होते हुए शेंदुर्जन के पास दरेगांव के निकट सफर को निकले थे. उनकी यात्रा सुचारू रूप से चल रही थी, तभी उनकी कार चिखली-जालना राजमार्ग पर बेराला फाटा के पास एक मोड़ पर पहुंची. इस समय उनकी कार की गति बहुत अधिक थी. साथ ही, डॉ. ऋषिकेश काटे को सड़क का अंदाजा नहीं था, इसलिए उनका वाहन पर से संतुलन बिगड गया और गाडी सडक पर पलटी हो गई. दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई.

* एक गंभीर रूप से घायल
कार पलटने से डॉ. ऋषिकेश काटे के सिर में गंभीर चोट आई. गंभीर चोटों के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई. उनके सहयोगी वैभव जाधव भी इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें तुरंत इलाज के लिए नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया है. बताया जा रहा है कि उनकी हालत गंभीर है. इस दुर्घटना के बाद बेराला फाटा मोड़ क्षेत्र लगातार दुर्घटनाओं का केंद्र बन गया है और स्थानीय नागरिकों के लिए जानलेवा स्थिति बन गई है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. उन्होंने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है. इस दुर्घटना ने एक बार फिर हाईवे पर सड़क सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

* चिकित्सा और सामाजिक क्षेत्रों पर शोक
डॉ. ऋषिकेश काटे मेहकर तहसील के काटे पांगरी के निवासी थे. डॉ. ऋषिकेश काटे यह मेहकर शहर के जिजाऊ चौक के पास ऋषिकृपा सोनोग्राफी एवं डायग्नोस्टिक सेंटर चलाते थे. उन्होंने कम समय में ही चिकित्सा क्षेत्र में अपनी पहचान बना ली थी. उनके निधन से पूरे मेहकर क्षेत्र के चिकित्सा एवं सामाजिक क्षेत्र में शोक व्याप्त है.

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