कीटकनाशक छिडकाव के कारण विषबाधा, एक की मौत, एक गंभीर
भातकुली तहसील के कानफोडी शिवार की घटना

* मृतक और जख्मी मरीज गणोजादेवी के रहनेवाले
अमरावती /दि.10 – भातकुली तहसील के कानफोडी खेत शिवार में कपास पर फवारनी करने के लिए गए एक 50 वर्षीय मजदूर की गुरूवार 9 अक्तुबर को उपचार के दौरान मृत्यु हो गई तथा अन्य एक मजदूर गंभीर हैं. दोनों मजदूरों को किटकनाशक का छिडकाव करते समय विषबाधा होने की बात सामने आयी हैं. मृतक मजदूर का नाम गजानन हरिभाउ सोलंके हैं. जबकि गंभीर मजदूर का नाम प्रकाश खांदेल हैं.
कानफोडी शिवार में नागपुर निवासी साबले नामक किसान का 27 एकड खेत है. साबले के खेत में पिछले तीन साल से कानफोडी निवासी सोरते (72) नामक किसान बटाई से खेती कर रहा हैं. उसने इस बार कपास की फसल लगाई हैं. 7 अक्तूबर को उसके खेत की फसल पर दवाई की छिडकाव के लिए गजानन सोलंके और प्रकाश खांदेल समेत कुल 4 मजदूर गए थे. उन्होंने सोरते से छिडकाव का काम लिया था. खेत में सुबह 9 बजे से दोपहर 4 बजे तक उन्होंने फवारनी की. फवारनी के बाद चारों खेत से चले गए. पश्चात कुछ समय बाद ही गजानन सोलंके और प्रकाश खांदेल को अस्वस्थ लगने लगा. अन्य दो मजदूरों को भी तकलीफ हो रही थी. लेकिन खांदेल और सोलंके को विषबाधा का प्रमाण अधिक था. इस कारण दोनों को अमरावती जिला अस्पताल लाया गया. जहां दोनों पर उपचार शुरू था. उपचार के दौरान गजानन सोलंके की गुरूवार 9 अक्तूबर को सुबह 9 बजे मृत्यु हो गई. जबकि खांदेल पर उपचार जारी हैं. दोपहर में सोलंके की पत्नी रिश्तेदार के साथ भातकुली थाना पहुंची और उसने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की हैं.
* 10 दिन पूर्व वडनेर के युवक की विषबाधा से मौत
दर्यापुर तहसील के वडनेरगंगाई निवासी गणेश ज्ञानेश्वर कात्रे (23) नामक युवक की 10 दिन पूर्व 29 सितंबर को फवारनी से हुई विषबाधा के कारण मृत्यु हो गई. 22 सितंबर को तुअर पर फवारनी करने के लिए गणेश गया था. पश्चात उसकी तबियत बिगडने लगी. 25 सितंबर को वह अकोट में उपचार के लिए गया. वहां के डॉक्टरों ने उसे अकोला ले जाने की सलाह दी. पश्चात 25 सितंबर को उसे गंभीर अवस्था में सर्वोपचार अस्पताल में भर्ती किया गया. चार दिन तक मौत से संघर्ष करने के बाद 29 सितंबर को दोपहर में उसकी मृत्यु हो गई.
* गंभीर मरीज पर आयसीयू में उपचार
मजदूर प्रकाश खांदेल पर आयसीयू में उपचार शुरू हैं. उसकी हालत गंभीर हैं. ‘कॉन्टक्ट पॉयझनिंग’ के कारण उसकी हालत बिगडने की बात सामने आयी है, ऐसा इर्विन के निवासी वैद्यकिय अधिकारी डॉ. सोलंके ने बताया.
* मामले की गहन जांच जारी
कपास पर फवारनी के बाद तबीयत बिगडने से सोलंके और खांदेल को अस्पताल में भर्ती किया गया था. उपचार के दौरान गजानन सोलंके की मृत्यु हो गई. खांदेल पर उपचार जारी है. इस प्रकरण की गहन जांच जारी हैं.
– रवींद्र राजुलवार, थानेदार भातकुली





