17 वर्षीय छात्र ने लगाई फांसी
झूठे मामले में फंसाने का रिश्तेदारों ने लगाया आरोप

* अकोला शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र की घटना
अकोला/दि.3 – 11 वीं कक्षा में पढने वाले एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना से परिसर में खलबली मची हुई है. मृतक के रिश्तेदारों ने पुलिस के अत्याचार से युवक द्वारा आत्महत्या करने का आरोप करते हुए संबंधित पुलिस और झूठी शिकायत देने वाले विद्यार्थी पर कार्रवाई करने की मांग की है. यह घटना अकोला शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में घटित हुई.
बुलढाणा जिले के मेहकर निवासी कक्षा 11 वीं में पढने वाले 17 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उच्च शिक्षा और कोचिंग क्लास की सुविधा उपलब्ध न रहने से ग्रामीण क्षेत्र के अनेक विद्यार्थी, अनेक सपने लेकर शहर में आते है. ऐसा ही कुछ सपना लेकर आये एक 17 वर्षीय विद्यार्थी ने आत्महत्या कर ली. इस आत्महत्या के पीछे नागरिकों का रक्षण करने वाली पुलिस ही रहने का आरोप रिश्तेदारों ने किया है. शहर के आकाशवाणी केंद्र के पीछे स्थित जलाराम सोसायटी में यह घटना घटित हुई. 11 वीं कक्षा में पढने वाले 17 वर्षीय विद्यार्थी ने अपने पर लगे झूठे आरोप के कारण और पुलिस के अत्याचार से त्रस्त होकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. मृतक युवक उच्च शिक्षा लेने के लिए शहर में रहने आया था. बताया जाता है कि, वह नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था. डेढ माह पूर्व एक अन्य विद्यार्थी के साथ उसका विवाद हुआ था और उसी ने उसे झूठे मामले में फंसाने का आरोप मृतक युवक के मामा ने किया है. पीडित युवक पर कार्रवाई न करने के लिए सिविल लाइन पुलिस स्टेशन का जांच अधिकारी लगातार उससे पैसों की मांग कर रहा था. पैसे न देने से वह अधिकारी पीडित युवक को पुलिस स्टेशन बुलाकर मानसिक रुप से परेशान करता रहने का आरोप युवक के मामा ने किया है. पुलिस के अत्याचार से ही युवक ने आत्महत्या की है. संबंधित पुलिस और झूठी शिकायत देने वाले विद्यार्थी पर कार्रवाई करने की मृतक युवक के रिश्तेदारों ने मांग की है. पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है.