हनुमान सागर बांध के 2 दरवाजे 50 सेमी खुले
वाण नदी में प्रति सेकंड छोडा जा रहा 2850 घनमीटर पानी
संग्रामपुर/दि.2 – अमरावती, अकोला व बुलढाणा इन तीनों जिलों की सीमा पर वारी भैरवगढ स्थित हनुमान सागर बांध के दो दरवाजों को रविवार की रात 11 बजे 50 सेमी तक खोला गया और बांध से वाण नदी में प्रतिसेकंड 2850 घनमीटर पानी छोडा जा रहा है. जिसके चलते वाण नदी में जबर्दस्त बाढ आयी हुई है. ऐसे में वाण नदी के किनारे रहने वाले सभी गांवों को सतर्क रहने हेतु पहले ही कह दिया गया है.
बता दें कि, रविवार की रात हनुमान सागर बांध में 88.12 फीसद जलसंग्रह हो चुका था तथा बांध के जलग्रहण क्षेत्र में जोरदार बारिश जारी रहने के चलते बांध में जलस्तर लगातार बढता जा रहा था. जिसे देखते हुए बांध से जलविसर्ग करना शुरु किया गया. ज्ञात रहे कि, इस बांध के पानी पर बुलढाणा जिले के संग्रामपुर, जलगांव जामोद व शेगांव तथा अकोला जिले के तेल्हारा व अकोट तहसीलों निर्भर करती है. परंतु इस समय बांध से छोडे गये पानी के चलते वाण नदी में जबर्दस्त बाढ आयी हुई है. जिससे क्षेत्र के लिए खतरा पैदा हो गया है.
* गलत स्थान पर बांध का हुआ निर्माण
– क्षेत्र के नागरिकों ने लगाया आरोप
वहीं दूसरी ओर हनुमान सागर बांध से छोडे गये पानी के चलते वाण नदी में आयी बाढ की वजह से क्षेत्र के करीब 8 से 10 गांवों का अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है. वहीं सैकडों हेक्टेअर परिसर में केले की फसल जलमग्न हो गई है. ऐसे में क्षेत्र के नागरिकों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि, वाण नदी पर मोमीनाबाद गांव के निकट क्षेत्रवासियों के विरोध की अनदेखी करते हुए प्रशासन द्वारा गलत स्थान पर बांध बनाये जाने के चलते यह स्थिति पैदा हुई है और विगत कई दिनों से मोमीनाबाद, वडगांव, वाण व कोलद गांवों का सपर्क जिला मुख्यालय से टूट जाने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा.