उबाठा के 20 विधायकों को तुरंत बुलाया गया ‘मातोश्री’
पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रत्येक विधायक से लिखवाया शपथ पत्र
* शिंदे गुट ने अपने संपर्क में ठाकरे गुट के विधायक रहने का किया था दावा
* पार्टी ने फुट व बगावत टालने तुरंत उठाये ऐहतियाती कदम
मुंबई/दि.25 – महाराष्ट्र विधानसभा चुनावम में शिवसेना उबाठा ने 95 सीटों पर अपने प्रत्याशी खडे किये थे और पार्टी को केवल 20 सीटों पर ही जीत हासिल हुई. वहीं चुनावी नतीजे घोषित होते ही शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से बडा दावा करते हुए कहा गया कि, महायुति को मिली बडी सफलता को देखते हुए ठाकरे गुट के कुछ नवनिर्वाचित विधायक अब पाला बदलते हुए शिंदे गुट वाली शिवसेना में शामिल होना चाह रहे है. ऐसे में फुट व बगावत के पुराने अनुभवों को देखते हुए शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तुरंत ही अपने बीच नवनिर्वाचित विधायकों की अपने आवास ‘मातोश्री’ बंगले पर बैठक बुलाई जहां पर सभी विधायकों से बाकायदा पार्टी के प्रति एकनिष्ठ रहने का हलफनामा लिखवाया गया.
उल्लेखनीय है कि, उद्धव ठाकरे के पास पार्टी में होने वाली बगावत को लेकर अच्छा खासा अनुभव है. क्योंकि विगत ढाई वर्षों के दौरान उनके कई सहयोगी उनका साथ छोड गये थे. जिसके चलते उनकी सरकार तक गिर गई थी और उन्हें मुख्यमंत्री पद भी छोडना पडा था. ऐसे में अब उद्धव ठाकरे द्वारा अपने सहयोगियों को लेकर फूंक-फूंककर कदम रखे जा रहे है. यहीं वजह है कि, शिंदे गुट वाली शिवसेना के नेता व विधायक भरत गोगावाले द्वारा जैसे ही यह दावा किया गया कि, ठाकरे गुट के कुछ विधायक इस समय शिंदे गुट वाली शिवसेना के संपर्क में है, तो ठाकरे गुट द्वारा विशेष सतर्कता बरतनी शुरु कर दी गई है. इसी के तहत ठाकरे गुट के नवनिर्वाचित विधायकों से शपथ पत्र लिखवाया जा रहा है कि, पार्टी प्रमुख का निर्णय अंतिम रहेगा और सभी विधायक उस निर्णय के साथ रहेंगे. इसके साथ ही इस बैठक में गट नेता व प्रतोद के चयन को लेकर भी निर्णय होना है. जिसके लिए आदित्य ठाकरे, सुनील प्रभू व भास्कर जाधव के नामों की चर्चा है. साथ ही विधानसभा चुनाव में पार्टी सहित मविआ को मिली हार की वजहों को लेकर भी इस बैठक में विचार मंथन किया जाएगा.