महानुभाव पदयात्रा में भोजन से 200 लोगों को विषबाधा
40 लोगों को भर्ती कराया गया अस्पताल में, इलाज जारी
यवतमाल/दि.20 – जिले के माहुर से महानुभाव पंथियों की पदयात्रा निकली, जो मंजिल दर मंजिल आगे बढ रही थी और सोमवार को यह पदयात्रा दारव्हा तहसील के चिकनी कामठवाडा मेें पहुंची. जहां पर पदयात्रा में शामिल भक्तों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी. परंतु भोजन करने के उपरान्त कुछ ही देर के भीतर अधिकांश लोगों को उलटी व जी मचलाने की तकलीफ होनी शुरु हो गई. जिसके पश्चात कुछ लोगों को गांव के निजी डॉक्टर के पास ले जाया गया. परंतु बडे पैमाने पर लक्षण बढ जाने के चलते मरीजों को दारव्हा एवं दिग्रस के अस्पतालों में रेफर किया गया. जहां पर 40 मरीजों को अस्पताल में भर्ती करते हुए उनका इलाज किया जा रहा है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक माहुर से निकली यह पदयात्रा जांभोरा गांव की ओर जाने वाली थी और सोमवार को चिकनी कामठवाडा गांव पहुंची. इस पदयात्रा में शामिल भक्तों के लिए राजू घाटोल के घर पर भोजन की व्यवस्था की गई थी. लेकिन सोमवार की दोपहर भोजन के उपरान्त कई लोगों को उलटी व जी मचलाने की शिकायत होनी शुरु हो गई. जिसके चलते 40 लोगों को दारव्हा के उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इन 40 लोगों में नाशिक से पदयात्रा में शामिल हुए 22 लोगों का समावेश रहा. वहीं शेष 18 भाविक श्रद्धालु यवतमाल जिले से ही वास्ता रखते है. इसके अलावा भोजन के बाद करीब 200 भाविक श्रद्धालूओं में विषबाधा के लक्षण दिखाई दिये.
इस घटना की जानकारी मिलते ही निश्चित तौर पर किस पदार्थ की वजह से विषबाधा हुई, इसकी जांच करने हेतु भोजन के सैम्पल अन्न व औषधी प्रशासन द्वारा लिये गये. वहीं दारव्हा एवं दिग्रस के वैद्यकीय अधिकारियों ने विषबाधा से प्रभावित सभी लोगों की स्थिति को फिलहाल खतरे से बाहर बताया है.