फर्जी डिग्री पर 3 साल की बैंक में नौकरी
पुणे विद्यापीठ से हासिल किया था डिग्री का फर्जी सर्टीफिकेट
पुणे/दि.31 – स्थानीय सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ से फर्जी डिग्री प्रमाणपत्र हासिल करते हुए एक व्यक्ति विगत तीन वर्षों से इसी फर्जी डिग्री के आधार पर एक बैंक में नौकरी कर रहा था. इस जानकारी के सामने आते ही पुणे के शैक्षणिक क्षेत्र में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त है. साथ ही यह आशंका भी जतायी जा रही है कि, पुणे में फर्जी डिग्री देने वाला कोई रैकेट कार्यरत है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ से सलग्नित दौंड स्थित के. जी. कटारिया कॉलेज से बी-कॉम की पढाई पूर्णकरने का एक व्यक्ति के नाम प्रमाणपत्र जारी हुआ था. जिसके आधार पर उस व्यक्ति ने ठाणे स्थित एक निजी बैंक में नौकरी भी हासिल कर ली थी और वह व्यक्ति विगत 3 वषों से उस बैंक में कार्यरत है. वहीं जब बैंक के व्यवस्थापन मेंं बैंक में नौकरी करने वाले उस व्यक्ति के दस्तावेजों की पडताल करते हुए 4 माह पूर्व दौंड स्थित कटारिया कॉलेज से संपर्क किया, तो कॉलेज प्रशासन को भी धक्का लगा. क्योंकि बैंक ने जो प्रमाणपत्र भेजा था, वह फर्जी होने की बात सामने आयी. साथ ही महाविद्याल ने जब विद्यापीठ के परीक्षा विभाग से उस प्रमाणपत्र की जांच करवाई, तो उक्त प्रमाणपत्र पूरी तरह से नकली रहने की बात पता चली. जिसके चलते विद्यापीठ के उपकुलसचिव ज्ञानेश्वर भोसले ने पुणे के चतु:शृंगी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. जिसके आधार पर पुलिस ने अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच शुुरु की.
इस घटना के चलते यह संभावना जतायी जा रही है कि, संभवत: पुणे विद्यापीठ के नकली प्रमाणपत्र देने वाला कोई रैकेट ही कार्यरत है. जिसके लिए विद्यापीठ के नाम के साथ समानता रहने वाली कोई फर्जी वेबसाइट बनाई गई है और इस जरिए कई लोगों के साथ जालसाजी किये जाने की आशंका है. ऐसे में अब तक कितने लोगों को नकली प्रमाणपत्र मिले है और इस रैकेट के पीछे कौन है. इसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है.