विदर्भ में अलग-अलग स्थानों पर डूबने से 5 की मौत
हाथीडोह, माडू नदी, वर्धा नदी व अरुणावती नदी में डूबे लोग
* अमरावती सहित यवतमाल व चंद्रपुर जिलों में हुए हादसे
अमरावती/दि.9 – विगत 24 घंटों के दौरान विदर्भ में अलग-अलग स्थानों पर हुई घटनाओं की 5 लोगों की पानी में डूब जाने की वजह से मौत हुई जिसमें से 2 लोगों की मौत अमरावती जिले की मोर्शी तहसील के पास स्थित श्रीक्षेत्र सालबर्डी के हाथीडोह व माडू नदी में डूबने की वजह से हुई. वहीं 2 लोगों की मौत यवतमाल व चंद्रपुर के बीच वणी-वरोरा के दरम्यान भाटोला गांव से होकर बहने वाली वर्धा नदी में डूब जाने की वजह से हुई. इसके अलावा यवतमाल जिले की आर्णी तहसील से होकर बहने वाली अरुणावती नदी में नहाने के लिए उतरे एक युवक की पानी में डूब जाने की वजह से मौत हुई
बॉक्स/फोटो-
* सालबर्डी के हाथीडोह व माडू नदी में डूबे 2 लोग
– यात्रा के पहले ही दिन हुई घटना, एक की शिनाख्त हुई
प्रतिवर्ष ही मोर्शी के निकट श्रीक्षेत्र सालबर्डी में आयोजित होने वाली महाशिवरात्रि की यात्रा के दौरान सालबर्डी के हाथीडोह और मध्यप्रदेश की सीमा से होकर बहने वाली माडू नदी में लोगों के डूब जाने की घटनाएं घटित होती है. जिसके चलते हर बार की तरह इस बार भी महाशिवरात्रि यात्रा के मद्दनेजर हाथीडोह व माडू नदी के खतरनाक साबित रहने वाले स्थानों पर लोहे की जालिया लगाई गई थी. लेकिन इसके बावजूद भी गत रोज सालबर्डी यात्रा के पहले ही दिन हाथीडोह और माडू नदी डूब जाने की वजह से दो लोगों की मौत हो गई. जिसमें से माडू नदी में डूबे व्यक्ति की शिनाख्त अमरावती तहसील के शिराला में रहने वाले लक्ष्मण अर्जुन भुले (67) के तौर पर हुई है. वहीं दूसरे मृतक की शिनाख्त करने का प्रयास जारी है.
जानकारी के मुताबिक शिराला निवासी लक्ष्मण भुले 7 मार्च को छोटे महादेव के दर्शन हेतु सालबर्डी आये थे. लेकिन शुक्रवार को उनका शव मध्यप्रदेश के बहकर आने वाली माडू नदी के महाराष्ट्र की सीमा मेें स्थित जलपात्र में पुल के नीचे बरामद हुआ. उधर दूसरी ओर करीब 45 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति का शव शुक्रवार 8 मार्च को सालबर्डी के पास स्थित हाथीडोह से बरामद हुआ. जिसे आठनेर पुलिस ने बाहर निकाले हुए पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया. इस मृतक व्यक्ति की अब तक शिनाख्त नहीं हो पायी है.
* जाली लगाने के बाद भी घटना
बता दें कि, मध्यप्रदेश से बहकर आने वाली माडू नदी के पात्र में सालबर्डी स्थित गंगामेल पर हाथीडोह है. जहां पर पानी का बहाव काफी धीमा है. जिससे पर्यटकों को पानी की गहराई का रफ्तार का अंदाजा नहीं होता तथा इस पानी की ओर आकर्षिक होकर अब तक सैकडों लोग अपनी जान गंवा चुके है. इस परिसर में आज तक हुए हादसों को देखते हुए हाथीडोह के चारों ओर मध्यप्रदेश प्रशासन द्वारा सुरक्षा जाली लगााई गई है. लेकिन इसके बावजूद भी लोगबाग हाथीडोह के बेहद निकट पहुंच जाते है और कई लोग नहाने व तैरने के लिहाज से हाथीडोह के पानी में उतर जाते है. जिसकी वजह से यहां पर अक्सर ही हादसे घटित होते रहते है और अब तक 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
* वर्धा नदी में भी वणी के 3 लोग डूबे
चंद्रपुर जिले के भटाला में आयोजित महाशिवरात्रि की यात्रा से वापिस लौट रहे तीन युवक वणी-वरोरा के बीच भाटाला स्थित वर्धा नदी में डूबे यह तीनों ही लोग वणी के विठ्ठलवाडी परिसर के निवासी थे. यह घटना शुक्रवार की शाम 5.30 बजे के आसपास घटित हुई. जिसकी जानकारी मिलते ही रेस्क्यू पथक ने तुरंत ही तीनों लोगों की तलाश करनी शुरु की. लेकिन रात के वक्त इन तीनों लोगों का कही पर भी कोई अता-पता नहीं चल पाया.
* आर्णी में भी एक की डूबकर मौत
यवतमाल जिले की आर्णी तहसील अंतर्गत पलसीगांव निवासी प्रवीण रामकृष्ण तोडसाम (36) का शव शुक्रवार की सुबह अरुणावती नदी के किनारे बरामद हुआ. पता चला कि, प्रवीण तोडसाम गुरुवार की शाम 6 बजे के आसपास अरुणावती नदी पर नहाने हेतु गया था और रात में वापिस ही नहीं लौटा. जिसके चलते उसके परिजनों ने उसकी खोजबीन करनी शुरु की. लेकिन उसका कही कोई पता नहीं चल पाया. जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने भी उसे खोजना शुरु किया. जिसके बाद शुक्रवार की सुबह प्रवीण तोडसाम का शव बरामद हुआ. प्रवीण के परिवार में पत्नी तथा एक बेटा व एक बेटी है.