घर खरेदी पंजीयन से 50 हजार करोड
मुद्रांक शुल्क विभाग में रिकॉर्ड राजस्व
पुणे/दि.3- पंजीयन व मुद्रांक शुल्क विभाग ने पहली बार 50 हजार करोड से अधिक राजस्व की कमाई की है. हाल ही में बीते वित्त वर्ष में रेडी रेकनर की दरें बढाये बगैर यह सफलता प्राप्त की गई है. पिछले वर्ष इस अवधि में विभाग ने 44681 करोड का राजस्व एकत्र किया था. यह जानकारी राज्य के पंजीयन महानिरीक्षक एवं मुद्रांक नियंत्रक हीरालाल सोनवणे ने मीडिया को दी. उन्होंने बताया कि, पुराने दस्तावेजों के लिए अभय योजना, शासकीय कार्यालयों के अनुबंध हेतु सतत संपर्क, बिल्डरों के लिए सीधे ऑनलाइन दस्त पंजीयन की सुविधा दी गई. जिससे रिकॉर्ड राजस्व संकलन हुआ है. समूचे विभाग की यह सफलता है.
जीएसटी के बाद राज्य को सर्वाधिक राजस्व पंजीयन व मुद्रांक शुल्क विभाग देता है. विभाग को वर्ष 2023-24 के लिए 45 हजार करोड राजस्व का लक्ष्य दिया गया था. गत जनवरी में इसे बढाकर 50 हजार करोड किया गया है. अतिरिक्त 5 हजार करोड के राजस्व संकलन हेतु विभाग ने अलग-अलग योजनाओं की घोषणा की. योजना के माध्यम से ही अतिरिक्त लक्ष्य को पूर्ण करने में सफलता मिलने की बात अधिकारी कर रहे है. 30 मार्च तक 50142 करोड का राजस्व वसूला गया.
* महावार राजस्व
अप्रैल 2876
मई 3440
जून 3804
जुलाई 3921
अगस्त 4217
सितंबर 4376
अक्तूबर 3886
नवंबर 3731
दिसंबर 4543
जनवरी 4175
फरवरी 4443
मार्च 6725
कुल 50142.77 करोड रुपए