पुणे-मुंबई में 60 प्रतिशत कर्मचारी विदर्भ के
टाटा सेंटर हेड अरविंद कुमार का दावा

* देश के अन्य भागों की तुलना में यहां के युवा कुशाग्र
नागपुर/ दि. 30- सुशिक्षित बेरोजगार युवकों की संख्या अधिक हैं. पढे-लिखे लोगों को रोजगार उपलब्ध न होने से वे निराश हो गये हैं. एक ओर से पिछडे समझे जानेवाले विदर्भ में कुशल रोजगारक्षम बडी संख्या में है. टाटा कन्सल्टन्सी सर्विस के केन्द्र प्रमुख अरविंद कुमार ने टीसीएस ने आयोजित किए 6 माह के हॅकेथॉन में उक्त दावा किया. उन्होंने कहा कि हकेथॉन में विद्यार्थी और प्राध्यापकों की टीम ने नागपुर के स्थानीय उद्योग से संंबंधित 23 वास्तविक दुनिया की औद्योगिक समस्या का निराकरण किया है. वे विश्वेश्वर या नेशनल इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी द्बारा आयोजित विस्टा-एआर इंडस्ट्री-अकादमिया कॉन-क्लेव्ह में बोल रहे थे. अरविंद कुमार के कहे अनुसार विदर्भ के रोजगारक्षम प्रतिभा के संबध में पिछडे हुए है. आज पुणे और मुंबई में लगभग 60 प्रतिशत कर्मचारी विदर्भ के हैं. यह आंकडे तंत्रज्ञान की प्रतिभा का बढता देख विदर्भ की क्षमता सिध्द करती है. यहां के युवा मेधावी हैं.
अनेक को आज भी ऐसा लगता है कि विदर्भ में कुशल आयटी आय व्यवसायों की कमी है. परंतु आंकडे विपरीत है. कुमार ने कहा कि टीसीएस ने विगत वर्ष इस भाग से 390 अभियांत्रिकी इंटर्न नियुक्त किए. यह भारत के अन्य कोई भी प्रदेश में इंटर्न से अधिक है. उद्योजकों को 66 वर्ष की तैयार व्यावसायिकों की अपेक्षा करने की आवश्यकता है. उन्होंने विद्यार्थियों को तैयार करने के लिए निवेश करें. उसका संदर्भ समझ लें और विकास के मार्ग तैयार करें, ऐसा अरविंद कुमार ने कहा.