सत्तापक्ष से जुडे 7 नेताओं को मिला विधायक पद का गिफ्ट
राज्यपाल नामित विधान परिषद सदस्यों की हुई नियुक्ति
* चित्रा वाघ विक्रांत पाटिल बाबूसिंग राठोड, इद्रीक नायकवडी, पंकज भुजबल, हेमंत पाटिल व मनिषा कायंदे को मिला मौका
मुंबई/दि.15 – राज्यपाल नामित सदस्यों के तौर पर गत रोज 7 नेताओं की विधान परिषद में नियुक्ति की गई. कुल 12 सदस्य नियुक्त करना अपेक्षित रहते समय 7 पदों पर नियुक्ति करते हुए 5 पदों को रिक्त रखा गया है. वहीं इन 7 सीटों में से भाजपा को 2 तथा शिंदे गुट वाली शिवसेना व अजीत पवार गुट वाली राकांपा को 2-2 सीटें दी गई है.
राज्यपाल नामित विधायकों के तौर पर भाजपा द्वारा पार्टी की महिला आघाडी प्रदेश अध्यक्ष चित्रा वाघ, प्रदेश महासचिव विक्रांत पाटिल तथा वाशिम जिला स्थित पोहरादेवी संस्थान के बाबूसिंग महाराज राठोड को मौका दिया गया है. वहीं शिंदे गुट वाली शिवसेना द्वारा पूर्व सांसद हेमंत पाटिल व पूर्व विधायक मनिषा कायंदे को विधान परिषद में भेजा गया है. साथ ही अजीत पवार गुट वाली राकांपा की ओर से पंकज भुजबल व इद्रीक नायकवडी को अवसर दिया गया है.
राज्य मंत्रिमंडल की गत रोज हुई बैठक में इन पांचों नामों को मंजूरी देते हुए राज्यपाल की ओर शिफारिस भेजने का निर्णय लिया गया था और तुरंत ही इन नामों का प्रस्ताव भी राज्यपाल को भेजा गया. जिसके बाद राज्यपाल द्वारा सोमवार की शाम ही इन सातों नामों को मंजूरी प्रदान करते हुए इसकी सूचना राज्य सरकार को दी गई. जिसके बाद राज्यपाल नामिक 12 में से 7 विधायकों के नाम व नियुक्ति की घोषणा राज्य सरकार द्वारा की गई.
* भाजपा के हिस्से में आयी 3 सीटें
भाजपा द्वारा पार्टी संगठन से वास्ता रखने वाले अपने दो नेताओं को विधान परिषद के सदस्य पद हेतु मौका देने के साथ ही बंजारा समाज के लिए श्रद्धास्थान रहने वाले वाशिम जिला स्थित पोहरादेवी गढ संस्थान के बाबूसिंग महाराज राठोड को विधान परिषद सदस्य के तौर पर नियुक्त किया गया है. उल्लेखनीय है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पोहरादेवी गढ मंदिर संस्थान को सदिच्छा भेंट दी थी. जिसके तुरंत बाद अब भाजपा ने बंजारा समाज को विधान परिषद में प्रतिनिधित्व दिया है.
* शिंदे गुट को मिली दो सीटें, कायंदे दूसरी बार विधान परिषद में
शिंदे गुट वाली शिवसेना ने हिंगोली के सांसद हेमंत पाटिल का टिकट लोकसभा चुनाव में ऐन समय पर कांट दिया था और उनकी बजाय उनकी पत्नी राजश्री पाटिल को वाशिम संसदीय क्षेत्र से मौका दिया गया था, लेकिन राजश्री पाटिल पराजीत हो गई थी. ऐसे में पुनर्वसन के तौर पर हेमंत पाटिल को हिंगोली के हल्दी संशोधन केंद्र का राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त अध्यक्ष पद दिया गया था. जिन्हें अब राज्यपाल नामित सदस्य के तौर पर विधान परिषद में भेजा जा रहा है व मनिषा कायंदे इससे पहले एकीकृत शिवसेना की ओर से विधान परिषद में भेजी गई थी. जो शिवसेना में हुई दोफाड के बाद शिंदे गुट वाली शिवसेना के साथ ही जिन्हें अब शिंदे गुट वाली शिवसेना द्वारा विधान परिषद हेतु अवसर दिया गया है.
* अजीत पवार गुट के हिस्से में दो सीटे, निकटवर्तीयों को मिला मौका
अजीत पवार गुट वाली राकांपा द्वारा अपने हिस्से में आयी दो सीटों पर राज्य के नागरी आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल के बेटे पंकज भुजबल तथा मुस्लिम चेहरे के तौर पर इद्रीस नाइकवडी को मौका दिया गया है. पंकज भुजबल इससे पहले भी विधानसभा के सदस्य रह चुके है. जिन्हें अजीत पवार का बेहद नजदीकी माना जाता है. वहीं इद्रीस नायकवडी इससे पहले सांगली-मिरज-कुपवाड मनपा के पूर्व महापौर रह चुके है. जिनका एकत्रित राकांपा में रहते समय भी सांगली की राजनीति में शरद पवार गुट वाली राकांपा के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल के साथ सतत संघर्ष चलता रहा.