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आभासी करेंसी के जरिए 712 करोड की धोखाधडी

हैदराबाद साइबर क्राइम ब्रांच जुटी जांच में

* महाराष्ट्र एटीएस ने हैदराबाद पुलिस से मांगी जानकारी
* लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह को भी मिली रकम
* दुबई में बसे पांच मुंबई के जालसाजों का हाथ
मुंबई/दि.26- आभासी (क्रिप्टो) करेंसी के जरिए 712 करोड का कथित धोखाधडी का मामला प्रकाश में आने के बाद हैदराबाद साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. क्राइम ब्रांच के दल को दुबई में रहनेवाले मुंबई के पांच लोगों के खिलाफ सबूत मिले है. संदेह है कि इन जालसाजों ने धोखाधडी से प्राप्त रकम क्रिप्टो में बदलने और उसे चीनी समेत अन्यों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है. कुछ क्रिप्टो लेन-देन का संबंध हिजबुल्लाह वालेट से भी पाया गया है. हिजबुल्लाह लेबनान का आतंकी संगठन है. महाराष्ट्र एटीएस ने इस जालसाजी में शामिल मुंबई के पांच लोगों के बारे में हैदराबाद पुलिस से जानकारी मांगी है.
हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी के जरिए हुई 712 करोड की धोखाधडी के मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें प्रकाश मूलचंद प्रजापति, कुमार प्रजापति, नईमुद्दीन वहीदुद्दीन शेख, गगन कुमार सोनी, परवाज उर्फ गुड्डू, समीर खान, मोहम्मद मुनव्वर, शाह सुमेर और अरुणदास शामिल है. आरोपियों की गिरफ्तारी मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद से की गई है. आरोपियों की चीनी नागरिकों के साथ मिलीभगत थी. दो से तीन प्रतिशत कमिशन पाने के लिए इन आरोपियों ने बैंक खाते मुहैया कराए. उन्हें इंटरनेट लॉगिंन के्रडेंशियल दिए. रिमोट एक्सेसिंग एप्स के जरिए इन बैंक खातों तक पहुंच प्रदान की गई. पीडितों के खातों से निकाली गई रकम यूएसडीटी में बदलकर चीन भेजी गई.
* मुंबई के यह हैं पांच आरोपी
करोडों रुपए के धोखाधडी के इस प्रकरण में अहमदाबाद में प्रकाश प्रजापति मुख्य सूत्रधार बताया जा रहा है. उसकी साजिश में शामिल आरिफ, अनस, खानभाई, पीयूष और शैलेश मुंबई के रहनेवाले है जो दुबई में बस गए है. जांच में पता चला है कि प्रजापति ने चीनी नागरिकों को 65 से अधिक बैंक खाते उपलब्ध करवाए. इनमें 128 करोड का लेन-देन हुआ. अन्य खातों के जरिए 584 करोड की धोखाधडी की गई.
* 10.53 करोड फ्रीज
पुलिस ने जालसाजों की ओर से इस्तेमाल किए गए बैंक खातों में 10.53 करोड की राशि फ्रीज की है. 17 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 22 सीमकार्ड, 4 डेबिट कार्ड, 33 फर्जी कंपनियों से संबंधित दस्तावेज, 3 बैंक चेकबुक, 12 करेंसी नोट और चीनी मुद्रा, युआन के 6 सिक्के और 1 पासपोर्ट जब्त किया गया है.
* प्रजापति था चीनी नागरिकों के संपर्क में
प्रकाश प्रजापति चीनी नागरिक ली लू गुआंगजौ, नान ये और केविन जून आदि के संपर्क में था. वह चीनियों के साथ समन्वय करता था और रिमोट एक्सेस एप्स के माध्यम से दुबई और चीन से इन खातों को संचालित करने के लिए ओटीपी साझा करता था. गुआंगजौ, नान और जून निवेश धोखाधडी की पूरी प्रणाली को चलाते हैं.

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