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सालभर दौरान राज्य में 8 हजार सायबर अपराध

7 हजार करोड की हुई जालसाजी, सर्वाधिक मामले पुणे शहर में

मुंबई/दि. 5 – मुंबई सहित समूचे राज्य में सायबर अपराधों की संख्या लगातार बढती जा रही है. विगत एक साल के दौरान पूरे राज्य में सायबर जालसाजी के 8 हजार 947 अपराधिक मामले दर्ज हुए है और इन अपराधों के तहत करीब 7,634 करोड 25 लाख 46 हजार 508 रुपयों की जालसाजी की गई है. इसमें से अकेले पुणे शहर में ही सर्वाधिक 6,007 करोड 93 लाख 4 हजार 398 रुपयों की जालसाजी हुई है. वहीं मुंबई में सर्वाधिक 4,849 अपराधिक मामले दर्ज हुए है, ऐसी जानकारी गत रोज विधानसभा में पूछे गए तारांकित प्रश्न के जरिए सामने आई है.
राज्य विधान मंडल के बजट सत्र के दूसरे दिन विधायक मोहन मते, ज्योति गायकवाड, विकास ठाकरे, अमिन पटेल व सुनील प्रभु सहित अन्य कुछ विधायकों ने राज्य के नागरिकों के साथ विभिन्न घटनाओं में हुई सायबर जालसाजी को लेकर तारांकित प्रश्न उपस्थित किया था. जिस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा दिए गए लिखित जवाब के जरिए उपरोक्त जानकारी सामने आई है. इस आंकडेवारी के अनुसार मुंबई, ठाणे, नागपुर व पुणे शहर में हुई सायबर जालसाजी से संबंधित जानकारी को सामने रखा गया है. इस आंकडेवारी के मुताबिक मुंबई शहर में विगत एक साल के दौरान 4849 अपराधिक मामले दर्ज हुए है. जिनमें कुल 888 करोड 29 लाख 23 हजार 95 रुपए की जालसाजी की गई. ऐसे मामलो में अब तक 757 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया. वहीं ठाणे शहर में सायबर जालसाजी के 680 मामले दर्ज किए गए थे. जिनमें कुल 174 करोड 4 लाख 36 हजार 6 रुपए की जालसाजी की गई थी. इन मामलों में 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसी तरह नागपुर शहर में कुल 212 मामले दर्ज करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. नागपुर में 63 करोड 87 लाख 9 हजार 509 रुपयों की सायबर जालसाजी की गई थी. पुणे शहर में कुल 1504 मामले दर्ज किए गए और केवल 9 आरोपी पकडे गए है. जबकि पुणे में सर्वाधिक 6007 करोड 93 लाख 4 हजार 398 रुपयों की सायबर जालसाजी हुई है.

* महाराष्ट्र में सायबर सुरक्षा प्रकल्प केवल नाम के लिए
राज्य में कुल 50 सायबर पुलिस थानो को कार्यान्वित किया गया है और ऐसे अपराधों का विश्लेषण करने हेतु पुणे में सेंटर ऑफ एक्सलेंस इन डिजिटल फॉरेन्सिक नामक अत्याधुनिक सेंटर शुरु किया गया है, ऐसी जानकारी सीएम देवेंद्र फडणवीस द्वारा लिखित तौर पर दी गई है और बताया गया है कि, राज्य में सायबर अपराधों पर नियंत्रण रखने हेतु नोडल सायबर पुलिस थाने सहित 6 प्रमुख विभाग कार्यरत रहेंगे. साथ ही महाराष्ट्र सायबर सुरक्षा प्रकल्प ‘गो लाईब’ का काम अपने अंतिम चरण में है. जिसे जल्द ही कार्यान्वित किया जाएगा.

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