800 ग्राम से एक किलो वजन का प्याज
मंत्री नितिन गडकरी की पत्नी ने किया अनूठा प्रयोग

* प्याज की भरपूर व शानदार पैदावार कर दिखाई
नागपुर /दि.29- स्थानीय धापेवाडा स्थित भक्ति फॉर्म में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की पत्नी कांचन गडकरी ने 800 ग्राम से एक किलो तक वजन रहनेवाले प्याज उत्पादित किए है. इसकी जानकारी खुद मंत्री नितिन गडकरी ने देते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है. जिसमें प्याज के बीज कहां से लाए और किस तंत्रज्ञान का प्रयोग किया, इसके बारे में विस्तार से बताया.
मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि, यह सभी प्याज पूरी तरह से सेंद्रीय है. जिनके बीज नेदरलैंड से लाए गए थे. सेमिनीज कंपनी के ढाई किलो बीज एक एकड जमीन में बोए गए और वहां पर 45 दिन तक नर्सरी तैयार की गई. जिसके बाद बढे हुए पौधों को दूसरी जगह पर लगाया गया है और डबल ड्रीप इरिगेशन किया गया. इस मिट्टी में बायोआर्गेनिक फर्टीलायझर को मिक्स किया गया था. जिसके बाद बेड पर मल्चिंग पेपर डाला गया और उसमें गड्ढे करते हुए पौधे लगाए गए. करीब 24 हजार पौधे लगाए गए थे और इस दौरान पौधों का मृत्यु दर 7 से 10 फीसद रहा, जो खेती के प्रमाण में बेहद कम था. जिसके उपरांत प्याज की फसल पूरी तरह से पककर तैयार हुई और एक-एक प्याज का वजन 400 ग्राम से 800 ग्राम तथा एक किलो ग्राम तक रहा. जिसके चलते एक एकड खेत से करीब 12 से 13 टन प्याज का उत्पादन हुआ. यह जानकारी देने के साथ ही केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि, यदि कोई किसान इस तरह से जैविक खेती करना चाहता है तो हम उसे पूरी मदद करेंगे. ज्ञात रहे कि, देश के महाराष्ट्र, कर्नाटक व आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में खरीफ सीजन के दौरान प्याज की बडे पैमाने पर बुआई की जाती है. परंतु कोई प्राकृतिक आपदा वाली स्थिति के चलते प्याज के उत्पादन में कमी आती है और देश में प्याज की किल्लत होकर प्याज की दर वृद्धि भी होती है. नाशिक, पुणे व सोलापुर परिसर में प्याज का बडे पैमाने पर उत्पादन होता है, परंतु लाल प्याज के उत्पादन में अब तक नाशिक जिले का ही एकाधिकार था. परंतु विगत 5-6 वर्षों से मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान व कर्नाटक में भी लाल प्याज का बडे पैमाने पर उत्पादन किया जाता है. वहीं अब केंद्रीय मंत्री गडकरी ने विदर्भ क्षेत्र में प्याज की खेती करने और भरपूर उपज लेने का एक नया रास्ता खोल दिया है.