महज एक घंटा पहले जन्मे बच्चे को फेंका नाली में
पुसद की घटना, सौभाग्य से जीवित मिला नवजात
* अपने अनैतिक संबंधों को छिपाने किया गया कृत्य
यवतमाल/दि.28 – यूं तो मां की ममता के हजारों उदाहरण दिये जाते है और कई उदाहरण तो हमारे आसपास ही होते है. लेकिन कुछ माताएं कलयुगी भी होती है. जिन्हें माता की बजाय कुमाता कहा जाता है. ऐसी ही एक कुमाता का कृत्य पुसद शहर में उजागर हुआ. जहां पर अनैतिक संबंधों के चलते पैदा हुआ नवजात बच्चे को उसके जन्म के महज एक घंटे के भीतर नाली में फेंक दिया गया. यह तो उस बच्चे की किस्मत बहुत अच्छी थी कि, उसके रोने की आवाज कुछ लोगों ने सुन ली. जिसके बाद उस नवजात बच्चे को नाली से सुरक्षित व सकुशल बाहर निकाला गया.
यह घटना सोमवार की सुबह पुसद के बीएसएनएल कार्यालय के पीछे एक कोचिंग क्लास के पास उजागर हुई. पुसद में रविवार की रात अचानक ही बेमौसम बारिश हुई और तेज आंधी-तूफान के चलते पूरे शहर की विद्युत आपूर्ति खंडित हो गई. इस बात का फायदा उठाते हुए एक अज्ञात महिला ने महज एक घंटा पहले जन्में नवजात बच्चे को कोचिंग क्लास के पास स्थित रास्ते के किनारे नाली में लाकर फेंक दिया और वहां से चली गई. सौभाग्य से कुछ लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी, तो आवाज की दिशा में जाकर खोजबीन की गई, तब नाली में पडा बच्चा दिखाई दिया. जिसकी जानकारी तुरंत ही पुसद शहर पुलिस को दी गई और पुलिस ने बच्चे को अपने कब्जे में लेते हुए उसे इलाज हेतु पुसद के उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से प्राथमिक उपचार के बाद इस बच्चे को यवतमाल के वसंतराव नाईक सरकारी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. जिसे जल्द ही माता बालसंगोपन केंद्र में बेहतर परवरिश के लिए भेजा जाएगा.
इस घटना को लेकर क्षेत्र में चर्चा चल रही है कि, संभवत: इस बच्चे का जन्म अनैतिक संबंधों के चलते हुआ है और अपने कृत्य को छिपाने के लिए उसे जन्म देने वाली मां ने उसे रास्ते के किनारे नाली में लाकर फेंक दिया. ऐसा कृत्य करने वाले लोगों का पुसद शहर सहित यवतमाल जिले में हर स्तर पर निषेध किया जा रहा है.