यवतमाल का परिवार हुआ केदारनाथ में हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार
वणी निवासी राजकुमार जयस्वाल की पत्नी व बेटी सहित हादसे में मौत

* श्रद्धा जयस्वाल का ‘बर्थ-डे’ मनाने केदारनाथ की यात्रा का हुआ था नियोजन
यवतमाल/दि.16 – गत रोज केदारनाथ में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में कुल 7 यात्रियों की मौत हुई. जिनमें यवतमाल जिले के वणी शहर निवासी ट्रान्सपोर्ट व्यवसायी राजकुमार सुरेश जयस्वाल (41) सहित उनकी पत्नी श्रद्धा जयस्वाल व बेटी काशी जयस्वाल (2) का भी समावेश रहा. इस खबर के सामने आते ही वणी शहर सहित यवतमाल जिले में शोक की लहर व्याप्त हो गई है. पता चला है कि, पत्नी श्रद्धा जयस्वाल का जन्मदिन रहने के चलते उसका ‘बर्थ-डे’ मनाने हेतु राजकुमार जयस्वाल अपनी पत्नी व दो वर्ष की बच्ची के साथ उत्तराखंड स्थित केदारनाथ की यात्रा पर पहुंचे थे.
* खराब मौसम के कारण दुर्घटना
मिली जानकारी के अनुसार, हादसा गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच हुआ. आर्यन कंपनी का हेलीकॉप्टर देहरादून से केदारनाथ की ओर जा रहा था. लेकिन, केदारनाथ घाटी में घने कोहरे और तेज हवाओं के कारण हेलीकॉप्टर रास्ता भटक गया. इसके बाद हेलीकॉप्टर का संपर्क टूट गया और गौरीकुंड के जंगल में क्रैश हो गया. उत्तराखंड के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) डॉ. वी. मुरुगेशन के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला है कि खराब मौसम हादसे की मुख्य वजह है. आशंका है कि हादसे में पायलट समेत सभी सात यात्रियों की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही उत्तराखंड प्रशासन ने तुरंत बचाव दल को मौके पर भेज दिया है. हालांकि, केदारनाथ घाटी में घने कोहरे और प्रतिकूल मौसम के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है. स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं. इस हादसे ने केदारनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
* जयस्वाल परिवार पर टूटा दुखों का पहाड
यवतमाल जिले के वणी गांव के रहने वाले राजकुमार जायस्वाल अपनी पत्नी श्रद्धा व दो वर्षीय बेटी काशी के साथ 12 जून को केदारनाथ की यात्रा पर निकले थे. धार्मिक आस्था से प्रेरित होकर उन्होंने हेलीकॉप्टर सेवा का विकल्प चुना था. लेकिन यह यात्रा उनके जीवन की आखिरी यात्रा साबित हुई. जिसके चलते वणी निवासी जयस्वाल परिवार पर दुखों का पहाड टूट पडा है. साथ ही इस घटना के चलते वणी शहर सहित पूरे यवतमाल में मातम पसर गया है.
* कुछ वर्ष पहले हुई थी पहली पत्नी की मौत
पता चला है कि, ट्रान्सपोर्ट व्यवसायी राजकुमार की पहली पत्नी एकता जयस्वाल का कुछ वर्ष पहले बाथरुम में फिसलकर गिर जाने की वजह से निधन हुआ था. पहली पत्नी एकता से राजकुमार जयस्वाल को आरव एवं विवान नामक दो बेटे है. पहली पत्नी की मौत के बाद राजकुमार जयस्वाल ने पांढरकवडा निवासी बोरले परिवार की श्रद्धा के साथ दूसरा विवाह किया था. जिससे उन्हें काशी नामक दो वर्षीय बेटी थी. अपनी इसी पत्नी व बेटी के साथ राजकुमार जयस्वाल केदारनाथ की यात्रा पर गए थे और आरव एवं विवान अपने घर पर ही रुक गए थे. जिसके चलते वे दोनों बेटे हादसे का शिकार होने से बच तो गए है, लेकिन उनके सिर से माता-पिता का साया हट गया.
* साढूभाई का परिवार था दूसरे हेलिकॉप्टर में
जानकारी के मुताबिक 10 जून को राजकुमार की पत्नी श्रद्धा का जन्मदिवस रहने के चलते राजकुमार व श्रद्धा एवं उनकी बेटी काशी के साथ ही राजकुमार के साढूभाई व उनकी पत्नी ऐसे पांच लोग वणी से केदारनाथ की यात्रा के लिए रवाना हुए थे. इस समय राजकुमार व उनका परिवार एक हेलिकॉप्टर में सवार हुए, वहीं राजकुमार के साढूभाई व उनकी पत्नी दूसरे हेलिकॉप्टर में बैठे थे. वह दूसरा हेलिकॉप्टर अपने तय समय पर सकुशल अपने स्थान पर अपने लैंडींग स्थल पर पहुंच था. लेकिन डेढ घंटा बीत जाने के बाद भी राजकुमार व श्रद्धा जयस्वाल वाला हेलिकॉप्टर तय जगह पर नहीं पहुंचा. जिसके चलते खोजबीन शुरु हुई और कुछ ही समय के भीतर उक्त हेलिकॉप्टर के साथ गौरकुंड के निकट हादसा घटित होने की जानकारी सामने आई.
* वणी में प्रदीप मिश्रा का कराया था प्रवचन का आयोजन
वणी में कथाकार प्रदीप मिश्रा का भव्य दिव्य प्रवचन का आयोजन राजकुमार जायसवाल ने कराया था. धार्मिक आस्था रखने वाले राजकुमार जायसवाल और उनके परिवार का हेलीकॉप्टर क्रैश में मृत्यु होने से वणी शहर में मातम पसर गया है.
* 45 दिनों में पांच हादसे, ‘उस’ कंपनी की सेवा रोकी
विगत 30 अप्रैल को चार धाम की यात्रा शुरु होने के बाद से लेकर अब तक इस मार्ग पर यह पांचवां हेलिकॉप्टर हादसा है. विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो द्वारा इस हादसे की जांच की जाएगी, ऐसी जानकारी नागरी विमानन मंत्रालय द्वारा बताई गई है. साथ ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने भी उच्चस्तरिय जांच के आदेश दिए है. इसके अलावा केदारनाथ परिसर में रविवार की सुबह आर्यन एवीएशन के बेल-407 हेलिकॉप्टर के क्रैश होने के बाद राज्य सरकार ने इस मार्ग पर इस कंपनी की सेवा को तत्काल निलंबित कर दिया.